सुकमा। आज 5 नक्सलियों ने पुलिस अफसरों के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित नक्सलियों में 3 थाना पोलमपल्ली क्षेत्र एवं 2 थाना किस्टाराम क्षेत्र के निवासी हैं। जिला सुकमा में ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति’’ एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘पूना नर्कोम अभियान’’ नई सुबह, नई शुरूआत से प्रभावित होकर नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में 3 नक्सली पोडियाम मासा (बुर्कलंका आरपीसी मिलिशिया सदस्य) पामलूर थाना किस्टाराम जिला सुकमा, मडक़म हुंगा (बुर्कलंका आरपीसी मिलिशिया सदस्य) पामलूर थाना किस्टाराम जिला सुकमा, करतम मंगा (अरलमपल्ली आरपीसी मिलिशिया सदस्य) बुंगरूपारा थाना पोलमपल्ली जिला सुकमा, माड़वी भीमा (अरलपमल्ली आरपीसी डीएकेएमएस सदस्य)अरलमपल्ली थाना किस्टाराम जिला सुकमा एवं वंजाम पाण्डू (मिलिशिया सदस्य)आतुलपारा पोलमपल्ली थाना पोलमपल्ली जिला सुकमा हाल ग्राम वेकुरपाड़ (तेलंगाना) के द्वारा 21 मार्च को नक्सल ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में सुरेश सिंह, द्वितीय कमान अधिकारी सीआरपीएफ डीआईजी ऑफिस सुकमा एवं परमेश्वर तिलकवार, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया।नक्सली पोडिय़ाम मासा, मडक़म हुंगा, वंजाम पाण्डू को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में जिला बल एवं करतम मंगा, माड़वी भीमा को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में आरएफटी सीआरपीएफ सुकमा आसूचना शाखा का विशेष प्रयास रहा है। आत्मसमर्पित नक्सली वंजाम पाण्डू के विरूद्ध थाना दोरपापाल में अपराध क्रमांक 04/2004 धारा 346, 342, 34 भादवि. के तहत प्रकरण पंजीबद्ध है। सभी आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति’’ के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदाय कराये जाएंगे।