जनता की सेवा ही मुख्यमंत्री का सपना मुख्यमंत्री, “स्वादिष्ट चना वितरण योजना” के तहत गुणवत्ता युक्त चने के हो रहा वितरण, कुपोषण से लड़ाई में मिलेगी मदद
रायपुर। प्रदेश में सीएम भूपेश बघेल के जन्मदिन पर चना वितरण योजना शुरू की गई है। वितरण प्रणाली के तहत प्रदेश के अनुसूचित एवं माडा क्षेत्रों की उचित मूल्य की दुकानों से चने का वितरण किया जाएगा। सीएम निवास बस्तर (Bastar) अंचल के लिए चने से भरे 10 ट्रकों को सीएम भूपेश घेल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। स्वादिष्ट चना योजना के तहत अनुसूचित क्षेत्रों के गरीब परिवारों को पौष्टिक आहार के रूप में चना वितरित किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में 23 अगस्त, 2019 को स्वादिष्ट चना वितरण योजना का शुभारंभ किया। यह योजना राज्य के अनुसूचित एवं माडा क्षेत्रों में कुपोषण से मुक्ति हेतु शुरू की गई है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत प्रदेश के अनुसूचित एवं माडा क्षेत्रों की उचित मूल्य की दुकानों से चने का वितरण किया जाएगा। पोषण अभियान में उल्लेखनीय कार्य के लिए छत्तीसगढ़ को पांच राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया किया गया है। वहीं प्रदेश में सीएम भूपेश बघेल के जन्मदिन पर चना वितरण योजना शुरू की गई है।
छत्तीसगढ़ ने दो श्रेणियों में उत्कृष्टता पुरस्कारों में दूसरा स्थान हासिल किया है। राज्य को आईसीडीएस-सीएएस कार्यान्वयन और क्षमता निर्माण, अभिसरण, व्यवहार परिवर्तन और सामुदायिक जुटाव श्रेणियों में दूसरा स्थान प्राप्त करने पर पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। छत्तीसगढ़ को जिला, ब्लॉक और पर्यवेक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, एएनएम स्तर पर तीन पुरस्कार और नेतृत्व एवं अभिसरण के लिए एलएस स्तर भी मिला।
वहीं, सीएम निवास बस्तर (Bastar) अंचल के लिए चने से भरे 10 ट्रकों को सीएम भूपेश घेल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। स्वादिष्ट चना योजना के तहत अनुसूचित क्षेत्रों के गरीब परिवारों को पौष्टिक आहार के रूप में चना वितरित किया जाएगा। प्रति परिवार 2 किलो चना 5 रुपये किलो की दर से किया वितरित किया जाएगा। प्रदेश के 25 लाख आदिवासी परिवारों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
क्या है स्वादिष्ट चना वितरण योजना
इस योजना के तहत सार्वजनिक वितरण प्रणाली के द्वारा प्रदेश के अनुसूचित और माडा क्षेत्रों की उचित मूल्य के दुकानों से चना वितरण किया जाएगा। स्वादिष्ट चना का वितरण राज्य के सभी 85 अनुसूचित विकासखण्डों एवं माडा क्षेत्रों में गरीब परिवारों को प्रतिमाह दो किलो चना 5 रूपए प्रति किलो की दर से वितरित किया जाएगा। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के मार्गदर्शन में अनुसूचित क्षेत्रों में कुपोषण के विरूद्ध राज्य शासन की ओर से किए जा रहे इस प्रयास को आज मूर्तरूप दिया गया। इसके साथ ही राज्य के सभी अनुसूचित क्षेत्रों में चना वितरण का कार्य शुरू हो गया। राज्य में सबसे कम कीमत पर चना को प्रदाय केन्द्रों तक पहुंचाया जा रहा है। प्रत्येक हितग्राहियों को एक किलोग्राम के पॉलीपैक में दो किलोग्राम चना पांच रूपए की दर से दिया जाएगा। इस योजना में राज्य के 23 जिलों के 100 विकासखण्डों के लगभग 25 लाख परिवारों को 50 हजार क्विंटल चना प्रति माह वितरित किया जाएगा। चना वितरण पर राज्य सरकार प्रतिवर्ष लगभग 202 करोड़ रूपए खर्च करेगी। राज्य में सबसे कम कीमत पर चना को प्रदाय केन्द्रों तक पहुंचाया जा रहा है। प्रत्येक हितग्राहियों को एक किलोग्राम के पॉलीपैक में दो किलोग्राम चना पांच रुपए की दर से दिया जाएगा।
कुपोषण के खिलाफ जंग में सहायक है यह योजना
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चना वितरण योजना की शुरुवात को लेकर कहा कि, छत्तीसगढ़ में कुपोषण के खिलाफ हमने जंग छेड़ी है। कुपोषण मिटा कर ही दम लेंगे। इसके तहत सुपोषित बस्तर, दंतेवाड़ा अभियान की शुरूआत हुई है। चना, नमक और बाद में गुड़ भी प्रति परिवार के हिसाब से दिया जाएगा। ये सभी चीजें कुपोषण को दूर करने में सहायक हैं। इसके साथ हम कुपोषण के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। इसे लेकर जनजागरण किया जा रहा है। इस लड़ाई में सब को आमंत्रित करता हूं। वहीं, सीएम ने आगे कहा कि, छत्तीसगढ़ से कुपोषण को भगाना है। मजबूत छत्तीसगढ़, स्वस्थ छत्तीसगढ़ बनाना है। जनता की सेवा करना यही मेरा संकल्प है। पुरखों का सपना है उसको पूरा करना है। यह योजना कुपोषण से सुपोषण की लड़ाई में सहायक है।
उच्च गुणवत्ता युक्त चने का हो रहा वितरण
वहीं, कुछ समय पहले चने की गुणवत्ता पर सवाल उठने पर जांच किया गया, जिसमें चने की गुणवत्ता उच्च पाई गई। जांच के दौरान हितग्राहियों से पूछताछ करने पर, उपस्थित हितग्राही ओम प्रकाश पैकरा, संजय कुमार, संत कुशवाहा, रमा शंकर ने बताया गया कि चने की गुणवत्ता सही है, उपरोक्त सभी चना के पैकेटों में किसी भी प्रकार का घुन नहीं पाया गया है। दुकान में भण्डारित संपूर्ण चना खाने योग्य एवं पौष्टिक है। मौके पर उपस्थित हितग्राहियों ने बताया गया कि पात्रतानुसार दाम एवं मात्रा का वितरण उचित समय पर प्राप्त हो जाता है।