तंत्र साधना का 3 साल पुराना खेल : अचानक बोला-मैं तुम्हें खा जाऊंगा, और कर दी मां की हत्या

रायपुर। लोग कम समय में पैसा कमाने के लालच में कुछ भी करने से बाज नहीं आते हैं। और अंधविश्वास के मायाजाल में फंसते चले जाते हैं। बल्कि तंत्र साधना आध्यात्मिक शक्ति को जागृत करने का साधन है। इसका मुख्य उद्देश्य है खुद पर संयम रखना है। इससे जानवरों, पौधों, तत्वों और दिमाग तक पर नियंत्रण किया जा सकता है।
आज हम बात करने जा रहे हैं। कोरबा जिले के एक गांव में तीन साल पहले तंत्र साधना के चक्कर में कलयुगी बेटे ने अपने ही मां-बाप की हत्या कर दी थी। कलयुगी बेटे ने मां से कहा मैं तुम्हे खा जाऊंगा। और मां की हत्या कर दी। कलयुगी बेटे की निर्दयता की कहानी आज भी क्षेत्र की हवा बयां कर रही है।घटना है 31 दिसंबर 2019 की है। दिलीप जो पिछले कई सालों से तंत्र साधना के चक्कर में पड़ा हुआ था। एक दिन अचानक अपनी मां से कहता है मैं तुमकों खाउंगा। बेटे की बात को सुनकर मां हैरान हो जाती है। मां ने बेटे को जवाब दिया था कि तू तो मुझे पहले ही मार चुका है। इसके बाद दिलीप घर के अंदर से टांगी लेकर आया और अपनी मां के सिर पर हमला बोल दिया। मां लहुलुआन आंगन में गिर गई।
कलयुगी बेटा इतने में ही नहीं रूका अपनी मां के शव को भीतर घसीटकर ले गया। और टुकड़े-टुकड़े करने लगा। घटना की जानकारी पड़ोस में रहने वाली आसपास में रहने वालों को बताई जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई।
घटना के बाद पुलिस ने आरोपी पर पांच हजार रुपए का ईनाम भी घोषित किया था। मुखबिर के जरिए आरोपी की जानकारी जुटाई जा रही थी। मुखबिर ने पुलिस को दिलीप के कोरबी चौकी क्षेत्र के ग्राम लोदो में देखे जाने की सूचना दी थी। पुलिस ने आरोपी को पकड़कर कोर्ट में पेश किया। आरोपी आज भी जेल की सजा काट रहा है। और अपने पापों के लिए पछता रहा है।