छत्तीसगढ़: राजधानी में आरा मिल की फैक्ट्री हुई सील, प्रतबंधित लकड़ी का हो रहा था व्यापार
राजधानी के पचपेड़ी नाका स्थित आरा मिल में प्रतिबंधित लकड़ी का कारोबार संचालित हो रहा था, जहां सागौन की लकड़ी खपाई जा रही थी। शिकायत के बाद वन विभाग की टीम ने शर्मा सा मिल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान आरा मिल से सागौन और मिश्रित प्रजाति की लकड़ी बरामद हुई। वन विभाग ने आरा मिल को सील कर दिया है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सागौन की लकड़ी की कटाई और इसके फर्नीचर में इस्तेमाल कानूनन अपराध है। लकड़ी जब्त कर वन विभाग के कार्यालय लाई गई है।
ज्ञात हो कि राजधानी स्थित पचपेड़ी नाका में वन विभाग के अधिकारियों की नाक के नीचे आरा मिल संचालक कमल नारायण शर्मा द्वारा सागौन तथा प्रतिबंधात्मक मिश्रित प्रजाति की लकड़ी लाकर रखा था। वन विभाग के अधिकारियों को मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई।
आनन-फानन में वन विभाग की टीम मौके पर जाकर आरामिल से 9 से 12 फिट का सागौन का गोला 8 नग अत्यधिक मात्रा में मिश्रित प्रजाति की लकड़ी बरामद की है। आरा मिल मालिक इस लकड़ी का लेखा-जोखा प्रस्तुत नहीं कर पाया। इस पर वन विभाग ने अवैध लकड़ी का पंचनामा तैयार कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।