अन्य समाचार

Wayanad Landslide: बचाव अभियान पांचवें दिन भी जारी, 300 लोग अभी तक लापता

Wayanad Landslide: वायनाड में भीषण भूस्खलन के बाद से पांचवें दिन भी बचाव अभियान जारी है। आज भी 1300 से अधिक बचावकर्मी, भारी मशीनरी और अत्याधुनिक उपकरण लगाकर भूस्खलन में फंसे लोगों की तलाश में लगे हैं। वायनाड में लैंडस्लाइड से अब तक 354 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। बचाव अभियान की खास बात ये है कि तलाशी और बचाव के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाली निजी कंपनियां और स्वयंसेवक भी सेना, पुलिस और आपातकालीन सेवा इकाइयों के नेतृत्व में अभियान में शामिल हो गए हैं।

बचाव अभियान में आ रही दिक्कतें

Wayanad Landslide: भूस्खलन के कारण आए बड़े-बड़े पत्थर और लकड़ियां मुंडक्कई और चूरलमाला के आवासीय क्षेत्रों में जमा हो गई हैं, जिससे मलबे के नीचे फंसे लोगों का पता लगाने के लिए बचाव प्रयासों में बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।

300 लोगों के लापता होने का संदेह

Wayanad Landslide: 30 जुलाई की सुबह वायनाड जिले में हुए भीषण भूस्खलन में अब तक 354 लोगों की मौत हो गई और 273 लोग घायल हो गए। लगभग 300 लोगों के लापता होने का संदेह है और बचाव दल को नष्ट हो चुके घरों और इमारतों में तलाशी के दौरान जलभराव वाली मिट्टी सहित प्रतिकूल परिस्थितियों से जूझना पड़ रहा है।

रडार वाले ड्रोन से तलाशी

Wayanad Landslide: बचाव अभियान में रडार वाला ड्रोन भी अब तैनात कर दिया गया है। इस ड्रोन की खासियत है कि ये धरती से 120 मीटर की ऊंचाई पर उड़ते हुए एक बार में ही 40 हेक्टेयर भूमि को ही सर्च कर लेता है।

जिला प्रशासन ने बीते दिन जीपीएस का उपयोग करके बचाव कार्य के लिए संभावित स्थानों का मानचित्रण किया, हवाई तस्वीरें लीं और सेल फोन लोकेशन डेटा लिया। उन्होंने मलबे के नीचे दबे शवों की तलाश के लिए ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार और कैडेवर डॉग स्क्वॉड का भी इस्तेमाल किया है।

 

advt--0005-april
advt--0007-april
advt-april2025-001
Share This: