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महानदी पुल के नीचे दोहरे हत्याकांड की गुत्थी सुलझी, सगे बेटे भतीजे और दामाद ने प्लानिंग के साथ किया मर्डर, एक तांत्रिक के कहने पर..

रायगढ़। सूरजगढ़ महानदी पुल के नीचे दोहरे हत्याकांड गुत्थी रायगढ़ पुलिस ने एक हफ्ते के भीतर ही सुलझा ली है। 1 अगस्त को सरिया थाना क्षेत्र के ग्राम नदीगांव सूरजगढ़ महानदी पुल नीचे नदी में एक अधेड़ महिला एवं अधेड़ पुरूष का शव मिला था। दोनों के गले में भारी पत्थर बंधा हुआ था। सूचना पर मौके पर पहुंची सरिया पुलिस टीम द्वारा शव को मौके पर डॉक्टरों की टीम से पोस्टमार्टम कराकर पीएम रिपोर्ट प्राप्त किया गया । घटना के संबंध में थाना सरिया में अपराध दर्ज कर पतासाजी शुरू की गई।

रायगढ़ पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मृतकों की शिनाख्त के लिए पड़ोसी राज्य उड़ीसा में और आसपास के जिलों में इनकी पतासाजी शुरू की गयी। थाना प्रभारी सरिया द्वारा मृतकों की शिनाख्त की के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक तथा अपने मित्रों के व्हाट्सएप ग्रुप में मृतकों के फोटोग्राफ्स शेयर कर जानकारी शेयर करने कहा गया। साथ ही सरिया पुलिस की टीम रायगढ़ तथा उड़ीसा के ज्यादातर सार्वजनिक स्थानों में मृतकों के मृतकों के पंपलेट चस्पा कर जानकारी लिया गया। इसी बीच थाना प्रभारी सरिया को जानकारी मिली की जसपुर जिले में 10 दिन से एक दंपत्ति लापता है। पुलिस ने इस पर फोकस किया तो मृतकों के महेशपुर बागबाहर के सुकरू यादव (40 साल) और मनमती यादव (35 साल) के होने की जानकारी मिली।

पुलिस ने इस मामले में उनके परिजनों को गिरफ्तार किया है जिसमें उसका बेटा, दामाद, भतीजा और एक तांत्रिक शामिल है। मामले में कुल 9 लोगों को आरोपी बनाया गया है जिसमें एक तांत्रिक और एक नाबालिक पुत्र है। पुलिस को पूछताछ में नाबालिक बेटे ने बताया कि ये दो भाई और एक बहन है। इसके माता पिता (मृतक) अलग रायगढ़ भगवानपुर में रहकर माली का काम करते थे। वे लोग जो भी कमाते दोनों भाइयों को कुछ नहीं देते। यह लोग अपने गांव की खेती कर जीवन यापन कर रहे बड़े भैया खुलेश्वर यादव कुछ माह से मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गया था। जिसे सतगुरु आश्रम ग्राम झीमकी चौकी कोतबा के तांत्रिक क्षेत्र मोहन यादव के पास ले जाकर झाड़-फूंक कर आए तो तांत्रिक छत्रमोहन यादव बोला कि तुम्हारे भैया को तुम्हारे माता-पिता मिलकर जादू टोना कर पागल कर दिए हैं। तुम लोग उन्हें जान समेत मार दोगे तो तुम्हारा भाई ठीक हो जाएगा और तुम आर्थिक रूप से भी संपन्न हो जाओगे।

अपने मां-बाप की हत्या की अंजाम देना तो उसके अकेले के बस का नहीं था। अकेले इस काम को कर पाने में अक्षम होने के कारण अपने जीजा नरसिंह यादव और चचेरे भाई राजू राम यादव, भोले शंकर यादव, शंकर यादव, खगेश्वर यादव, ईश्वरी यादव और दशरथ यादव के साथ मिलकर सुकरू राम यादव और मनवती यादव की हत्या का प्लान बनाएं।

दोनों की लाश का मुआयना करती पुलिस
प्लान के तहत यह लोग हत्या कर शव को महानदी में फेंकना तय किए थे और प्लान के तहत 30 जुलाई को एक बोलेरो वाहन किराए में लेकर रायगढ़ आये। इसका जीजा नरसिंह यादव बोलेरो वाहन क्रमांक सीजी 14 MB 3288 को लेकर स्वयं चलाते हुए सभी को वाहन में बिठाकर दिनांक 30 जुलाईकी रात भगवानपुर और घटना को अंजाम देने के लिए साथ में रस्सी, गमछा और प्लास्टिक का सिंका लेकर आए थे और माता-पिता के किराए मकान में पहुंचकर उन्हें बोले कि खुलेश्वर यादव का तबीयत बहुत ज्यादा खराब है, चलो उसे देख कर आना। और इस तरह उन्हें झूठ बोलकर बोलेरो वाहन में बिठाकर सूरजगढ़ महानदी पुल के उस पार सरिया भटली रोड तक ले गए।

गाड़ी को रोड किनारे सुनसान तरफ ले गए। तब उसके माता पिता कहने लगे कि यह कहां ले आए। इसी बीच खगेश्वर यादव और शंकर यादव उसके माता पिता के हाथ पकड़ कर मुंह को दबा दिए और नाबालिक बालक और दशरथ यादव गमछा को दो टुकड़ों में फाड़ कर दोनों महिला पुरुष के गले में लपेट का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दिए और फिर लाश को छुपाने के उद्देश्य से सभी मिलकर रोड किनारे पड़ा दो सीमेंट का खम्मा का टुकड़ा और सीमेंट खंबा के वजन के टुकड़े को प्लास्टिक के सिंका से महिला और पुरुष के गले में बांधकर परसरामपुर महानदी पुल के ऊपर ले जाकर पुल से नीचे महा नदी में फेंक दिए और बोलेरो से अपने अपने घर चले गए।

पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से 5 नग मोबाइल, बोलेरो वाहन तथा घटनास्थल से 2 नग पत्थर, 2 नग सिंका, 2 नग टावेल, 1 रस्सी की जप्ती किया गया है। शिनाख्त शव एवं अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में थाना प्रभारी सरिया के उप निरीक्षक कमल किशोर पटेल, प्रधान आरक्षक भुनेश्वर पंडा, खीरेंद्र कुमार जलतारे, अर्जुन पटेल, आरक्षक राजकुमार साव, मुकेश साहू, कन्हैया चौहान, पुरुषोत्तम राठौर, सुशील यादव और विपिन कुमार डेहरी का सराहनीय योगदान रहा है । मामले का खुलासा करने वाली टीम को पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक मीना द्वारा नगद इनाम राशि से पुरस्कृत किया है।

हिरासत में आरोपी

1- विधि से संघर्षरत बालक (17.9 माह)
2- नरसिंह यादव पिता जगबंधु यादव उम्र 28 वर्ष निवासी झरन थाना लैलूंगा (मृतक का दामाद)
3-राजूराम यादव पिता कमल यादव उम्र 35 वर्ष निवासी महेशपुर थाना बागबाहर जिला जशपुर (मृतक का भतीजा)
4- भोले शंकर यादव पिता स्वर्गीय मोहन राम यादव उम्र 21 वर्ष निवासी खुंटापानी थाना बागबाहर
5-शंकर यादव उर्फ कैलाश पिता स्वर्गीय बुद्धू यादव उम्र 35 वर्ष निवासी महेशपुर थाना बागबाहर
6-खगेश्वर यादव पिता लेखन यादव उम्र 35 वर्ष निवासी खुंटापानी थाना बागबाहर
7- ईश्वरी यादव पिता स्वर्गीय गणेसोरो यादव उम्र 45 वर्ष निवासी खुंटापानी थाना बागबाहर

फरार
दशरथ यादव पिता ईश्वर यादव साकिन मठ पहाड़ थाना बागबाहर जिला जशपुर और तांत्रिक छत्रमोहन यादव निवासी ग्राम झिमकी चौकी कोतबाजिला जशपुर (धारा 120 IPC के तहत आरोपी)

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