
1 जुलाई हर साल की तरह इस बार भी कुछ बड़े नियमों में बदलाव लेकर आ रहा है, जिनका सीधा असर आम लोगों की जेब, बैंकिंग, ट्रांसपोर्ट, और टैक्स सिस्टम पर पड़ेगा। जानिए कौन-कौन से नियम 1 जुलाई 2025 से बदलने वाले हैं:
1. बैंकिंग नियमों में बदलाव
कुछ बैंकों ने कैश ट्रांजैक्शन की लिमिट और चार्ज में बदलाव किया है।
अब मुफ्त लेन-देन की सीमा पार करने पर ज्यादा चार्ज देना होगा।
NEFT/IMPS की लिमिट में भी बदलाव किया जा सकता है।
2. टोल टैक्स का नया नियम (बड़ा बदलाव)
अब दोपहिया वाहनों को भी राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highways) पर टोल टैक्स देना होगा।
इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (FASTag) सिस्टम से यह शुल्क लिया जाएगा।
यह नियम देशभर के सभी हाईवे पर लागू होगा।
3. क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड से जुड़े नियम
कुछ बैंकों ने EMI कन्वर्जन पर चार्ज बढ़ा दिए हैं।
ऑटो डेबिट पेमेंट पर नई ऑथेंटिकेशन पॉलिसी लागू की जा सकती है।
4. बिजली बिल में स्लैब रेट में बदलाव (कुछ राज्यों में)
कुछ राज्य सरकारों ने बिजली के रेट स्लैब में बदलाव की घोषणा की है।
100 यूनिट से अधिक खपत पर नया टैरिफ लागू होगा।
5. वाहन बीमा और चालान नियम
नई मोटर इंश्योरेंस प्रीमियम दरें लागू होंगी।
थर्ड पार्टी बीमा की प्रीमियम दरें 5% तक बढ़ सकती हैं।
6. GST और इनकम टैक्स से जुड़ा अपडेट
वित्त वर्ष की पहली तिमाही खत्म होने पर GST रिटर्न और TDS/TCS फाइलिंग की समयसीमा शुरू होगी।
कुछ करदाताओं के लिए ITR फाइलिंग की अंतिम तारीख 31 जुलाई है, इसलिए 1 जुलाई से प्रक्रिया तेज हो जाएगी।
टेलीकॉम कंपनियां कुछ प्लान्स की दरों में बदलाव कर सकती हैं।
डेटा प्लान्स और रिचार्ज के नियम बदले जा सकते हैं।
8. डाक सेवाएं और पोस्ट ऑफिस योजनाएं
पोस्ट ऑफिस बचत योजना की ब्याज दरों में संशोधन हो सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना और PPF की नई दरें लागू होंगी।