चैंबर की आखिरी कार्यकारिणी की बैठक में हुआ जमकर हंगामा, जय व्यापार द्वारा की गई गुंडागर्दी ने किया शर्मसार
रायपुर।चेम्बर आफ कामर्स, बाम्बे मार्केट, चौधरी देवीलाल भवन परिसर में 2021-2024 के कार्यकाल की अंतिम कार्यकारिणी बैठक में जमकर हंगामा हुआ।।व्यापारी एकता पैनल के योगेश अग्रवाल ने आज की बैठक के बारे में विस्तारपूर्वक वर्णन कर बताया,जय व्यापार पैनल ताकत के बल पर व्यापारी एकता पैनल पर दमनपूर्वक आचरण कर व्यापारी एकता पैनल की आवाज को दबाया गया।।
सवा तीन साल के कार्यकाल में अमर पारवानी ने एक ही कार्य किया,वो है, फूट डालो और राज करो एवं प्रशासन की गोद में बैठकर व्यापार जगत की आवाज को दबाना।।आज की बैठक में पूर्व अध्यक्ष व पूर्व महामंत्री पद के प्रत्याशी योगेश अग्रवाल, राजेश वासवानी तथा रायगढ़ से उपाध्यक्ष निर्वाचित सुशील रामदास द्वारा ज्यों ही असंवैधानिक तरीके से संविधान संशोधन की बात की,अपना विरोध प्रकट करना चाहा, तो उन्हें अपनी बात को रखने नहीं दिया।।विगत दिनों अमर पारवानी ने 2011 में विधिवत संविधान संशोधन की व्यवस्था को हटाकर स्वहित में चुनाव लड़ने संविधान में गैरजरूरी संशोधन बगैर किसी आम सूचना के आपस में बैठकर 165 लोगों के बीच तय कर लिया,जबकि 25000 सदस्यों वाली छग चेम्बर आफ कामर्स संस्था के लिए 1/5 (5000) सदस्यों का होने का प्रावधान है।
आज की बैठक में अमर पारवानी ने एक झूठ यह भी कहा,भिलाई इकाई को जिले का दर्जा उन्होंने दिया, जबकि सच यह है कि भिलाई पूर्व में श्रीचंद सुंदरानी के कार्यकाल में जिला रूप में शामिल की गई थी।।इसके अतिरिक्त रायगढ़ से निर्वाचित उपाध्यक्ष सुशील रामदास की जगह अपना नया प्रत्याशी मनोनीत किया गया,सुशील रामदास द्वारा बनाए सदस्यों का श्रेय भी नये पदाधिकारी को दिया।।इन सभी मुद्दों पर योगेश अग्रवाल, राजेश वासवानी,सुशील रामदास(रायगढ़) द्वारा विरोध करने पर जय व्यापार पैनल के बाहुबलियों द्वारा नारेबाजी के बीच लोकतंत्र की आवाज को कुचलने का काम किया।।जब राजेश वासवानी व सुशील रामदास का बचाव करने भाई योगेश अग्रवाल आए,तो कुछ सदस्यों ने उनसे भी गलत आचरण किया।।जिससे रूष्ट होकर व्यापारी एकता पैनल ने एक अंतिम प्रयास करना चाहा,कि संविधान संशोधन विधिवत होना चाहिए, तो जय व्यापार पैनल के 50-60 दबंगों ने उनसे माइक छीन लिया,यह कहते हुए कि आप पद पर नहीं हैं,यहां आपको बोलने का अधिकार भी नहीं है।।ऐसे में कुछ समय के लिए काफी तनावपूर्ण स्थिति निर्मित हो गई थी।।
इस तरह से आज की अंतिम कार्यकारिणी बैठक में चेम्बर आफ कामर्स में प्रथम मर्तबा बाहुबलियों का वर्चस्व कायम हुआ।।प्रवक्ता दिनेश कुमार अठवानी ने उक्त घटनाक्रम व अनावश्यक विवाद की स्थिति को देखते हुए योगेश अग्रवाल ,राजेश वासवानी,सुशील रामदास को किसी तरह उपद्रवियों से अलग किया अन्यथा आज किसी तरह की अनहोनी होने की कोई कसर नहीं छोड़ी गई थी।।न बड़ों के आदर का भाव न संवैधानिक परिपाटी को अमल में लाने का किसी तरह का कोई आग्रह-अनुग्रह जैसी बात ही नहीं दिखाई दी।।आदरणीय श्रीचंद सुंदरानी आज की बैठक में नहीं आ पाए थे, अन्यथा अपने हाथों से सींचे हुए बाग को तार तार होते वे देख नहीं पाते।।चेम्बर के इतिहास में आज का दिन 23/07/2024 काला दिवस के रूप में याद किया जाएगा।।जय व्यापार पैनल अपनी गुंडागर्दी के चलते हार मान चुका है,केवल इसी के चलते आज की ऐतिहासिक व अव्यवहारिक आचरण की शुरूआत ने -जय व्यापार पैनल की हार को सुनिश्चित कर दिया।।