विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए सख्त हुए नियम, आज से 7 दिन का होम क्वारंटीन जरूरी

नई दिल्ली : भारत में पिछले कुछ दिनों से कोरोना और ओमिक्रॉन ने जमकर रफ्तार पकड़ी है. इसको देखते हुए भारत सरकार ने विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए एक गाइलाइंस जारी की है. इसके मुताबिक, विदेश से आने वाले सभी यात्रियों के लिए 7 दिन का होम क्वारंटीन जरूरी होगा. आठवें दिन यात्रियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जाएगा. यह गाइलाइंस आज से जारी हो रही है.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में बयान जारी करते हुए बताया कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जिससे कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण को रोका जा सके. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना की गंभीर स्थिति के मद्देनजर ये निर्णय लिया कि विदेश से आने वालों को तुरंत ही बाहर निकलने या इधर उधर घूमने की इजाजत नहीं होगी. उन्हें पहले होम क्वारंटीन में रहना होगा. इसके आठ दिन बाद आरटी-पीसीआर टेस्ट कराना जरूरी होगा.
विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए पूरी गाइडलाइंस
– सभी यात्रियों को एयर सुविधा पोर्टल पर अपने बारे में पूरी और सही सूचना देनी होगी. यात्रा तिथि से 14 दिन पहले तक की गई अन्य यात्राओं का विवरण भी देना होगा.
– यात्री को नेगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट को अपलोड करना होगा. ये टेस्ट यात्रा तिथि से अधिकतम 72 घंटे पहले का हो. टेस्ट रिपोर्ट की विश्वसनीयता का भी शपथ पत्र देना होगा.
– हर यात्री को लिखकर देना होगा कि वे क्वारंंटीन, हेल्थ मॉनिटरिंग से जुड़े सभी नियमों का पालन करेंगे.
– कोरोना टेस्ट में नेगेटिव आने के बावजूद यात्री 7 दिनों के लिए अनिवार्य होम क्वारंटीन में रहेंगे और आठवें दिन उनका आरटीपीसीआर टेस्ट होगा.
– आठवें दिन किए गए आरटीपीसीआर टेस्ट के रिजल्ट को भी एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करना होगा. नेगेटिव आने के बाद भी अगले 7 दिनों तक अपनी सेहत को सेल्फ-मॉनिटर करना होगा.
भारत में अगले महीने तक पीक पर पहुंच जाएंगे कोरोना के मामले
अमेरिकी हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक भारत में अगले महीने तक कोरोना के मामले पीक पर पहुंच जाएंगे. ऐसी ही डराने वाली एक और आशंका जताई गई है. अमेरिकी फर्म Nomura का दावा है कि अगर इसी रफ्तार से केस बढ़े और ओमिक्रॉन इसी तरह फैलता रहा तो फिर भारत में हर दिन कोरोना के नए केस तीन मिलियन यानी 30 लाख हो सकते हैं और ये देश में कोरोना संक्रमण का पीक होगा. हालांकि अमेरिकी फर्म ने भारत में कोरोना की तीसरी लहर का पीक जनवरी के तीसरे और चौथे हफ्ते के बीच बताया है.