
रायगढ़। बुधवार की सुबह दुर्ग से रवाना हुई दुर्ग राजेन्द्रनगर पटना (साउथ बिहार एक्सप्रेस) को रायगढ़ में रद्द किये जाने से स्टेशन पर यात्रियों ने जमकर हंगामा किया।
साउथ बिहार एक्सप्रेस को रायगढ़ में अचानक रद्द कर दिए जाने के बाद यात्रियों ने स्टेशन मास्टर को घेर लिया है। यात्री वैकल्पिक ट्रेन की व्यवस्था करने की मांग कर रहे हैं। हंगामे को देखते हुए आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने यात्रियों समझाने व मानने में कोई कसर नहीं छोड़ी लेकिन यात्रीगण मानने को तैयार नहीं थे।
पश्चिम बंगाल में हो रहे रेल रोको आंदोलन का असर है की रायगढ़ में साउथ बिहार एक्सप्रेस ट्रेन को रोक दिया गया है। यहां से यात्रियों को वापस किया जा रहा है। यात्रियों को अभी तक आंदोलन के बारे में जानकारी नहीं थी । जैसे ही उन्हें रायगढ़ में साउथ बिहार को रद्द करने की जानकरी दी गई यात्री भड़क उठे। यात्रियों का गुबार इस कदर फूटा कि रेलवे को इसे शांत करने के लिये काफी मशक्कत करनी पडी।
पूर्वी भारत के कई हिस्सों में कुर्मी समुदाय के लोगों ने मंगलवार को एसटी का दर्जा देने और कुरमाली भाषा को संविधान की आठवीं सूची में शामिल करने की अपनी मांग को लेकर पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडि़शा में रेलवे पटरियों पर आवागमन बाधित किया और सड़कें जाम कर दी हैं। आंदोलनकारी कई स्थानों पर पटरियों पर बैठ गये, जिससे कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा। बुधवार को भी आंदोलन जारी है।
एसईसीआर में साउथ बिहार एक्सप्रेस को रायगढ़ में रोका गया। उत्कल एक्सप्रेस को झारसुगुड़ा के रास्ते परिर्वतन मार्ग से भेजा गया। साउथ बिहार में सफर कर रहे यात्रियों के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है की वे आगे का सफर कैसे करेंगे। इस कारण स्टेशन में गहमा गहमी की स्थिति बनी हुई है।