केदारघाटी में आई आपदा के बाद बचाव और राहत कार्य जारी, पांचवें दिन 1275 यात्रियों को निकाला
नई दिल्ली। उत्तराखंड में केदारघाटी में आई आपदा के बाद बचाव और राहत कार्य में अब सेना भी जुट गई है। सेना ने गौरीकुंड-सोनप्रयाग हाईवे पर फंसे 25 घायल, बुजुर्ग और दिव्यांगों को ट्राली के जरिये से निकाला। अन्य एजेंसियों के संयुक्त अभियान चलाकर सेना ने रविवार को 1275 यात्रियों को सुरक्षित निकाला। अब तक 10374 यात्री निकाले जा चुके हैं, केदारनाथ धाम में 400 यात्री अभी फंसे हुए हैं।
लापता लोगों को खोजेंगे स्वान
लापता यात्रियों का पता लगाने के लिए डॉग स्क्वाड का इस्तेमाल हो रहा है। वर्षा के कारण ध्वस्त पड़े रास्तों और पैदल पुल को ठीक करने का काम तेजी से किया जा रहा है। उधर, हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों बादल फटने के बाद बाढ़ आने से मरने वालों की संख्या 14 हो गई है। 41 लोग अभी लापता हैं। आपदा के चौथे दिन रविवार को पांच शव मिले हैं।
रास्ते को किया जा रहा सही
छोटे हेलीकॉप्टर और पैदल मार्ग से बचाव और राहत कार्य चलाया गया। सेना के दो स्निफर डॉग पैदल मार्ग पर जगह-जगह सर्च अभियान में सहयोग कर रहे हैं। 6 ग्रेनेडियर यूनिट सीओ कर्नल हितेश वशिष्ठ के नेतृत्व मेंआपदा से धाम के क्षतिग्रस्त पैदल मार्ग को फिर से आवाजाही के लिए अनुकूल बनाने का काम भी शुरू हो गया है।
कहां से कितने यात्री निकाले गए
रविवार को विभिन्न मार्गों पर फंसे 640 यात्रियों को हेलीकॉप्टर और 635 को पैदल मार्ग से सुरक्षित निकाला गया। इनमें केदारनाथ से 80, लिंचोली और भीमबली से 560 यात्री शामिल हैं जिन्हें एयरलिप्ट किया गया। भीमबली, लिंचोली और चौमासी-कालीमठ पैदल मार्ग से 112 और गौरीकुंड से सोनप्रयाग पैदल मार्ग से 523 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया।
हेलीकॉप्टर से पहुंचाया जा रहा चारा
यात्रा मार्ग में फंसे पशुओं की मदद के लिए पशु चिकित्सा विभाग आगे आया है। यात्रा मार्गों पर फंसे घोड़े व खच्चरों के लिए हेलीकॉप्टर के माध्यम से चारा पहुंचाया जा रहा है। राज्य में पहाड़ से लेकर मैदान तक बादल मंडरा रहे हैं। भारी वर्षा का क्रम कुछ धीमा हुआ है, लेकिन अगले कुछ दिनों में वर्षा तेज हो सकती है। मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।
श्रीनगर-लेह राजमार्ग बंद
मंडी में पंडोह बांध के पांचों गेट अब खुल गए हैं। पहली अगस्त को बाढ़ के साथ आई सिल्ट के कारण पंडोह बांध के एक व दो नंबर गेट बंद हो गए थे। जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में रविवार को बादल फटने से कई घर, सड़क और धान की फसल को खासा नुकसान पहुंचा है। सड़क पर चट्टानें आ जाने के कारण श्रीनगर-लेह राजमार्ग बंद हो गया। बादल फटने से क्षेत्र में भूस्खलन शुरू हो गया। बड़ी-बड़ी चट्टानें सड़क पर आ गईं और सड़क बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है।