जांजगीर. जिले की युवा अधिवक्ता डे. मोनालिसा कोसरिया ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा AOR ( Advocate on Record ) को अपने पहले ही प्रयास में उत्तीर्ण कर लिया है। जांजगीर जिले के पामगढ़ ब्लाक में छोटे से गाँव बुंदेला निवासी पिता सन्तराम कोसरिया एवं माता रूखमनी कोसरिया की सुपुत्री सुश्री मोनालिसा ने अपने व्यापक और विभिन्न कार्य अनुभव में भारतीय चुनाव आयोग और राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण जैसे विख्यात संस्थानों में कार्य किया है। गौरतलब है अखिल भारतीय स्तर पर दिसम्बर, 2021 में आयोजित इस परीक्षा में हजारों की संख्या में शामिल प्रतियोगियों में से मात्र 253 ने सफलता पाई जिनमें से मोनालिसा भी एक है। मोनालिसा ने अपनी एल.एल.बी. की पढ़ाई कोलकाता स्थित विधिक विज्ञान राष्ट्रीय विश्वविद्यालय NUJS से तथा एल.एल.एम की पढ़ाई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय NLU से किया है जिनकी गणना विधिक शिक्षण प्रदान करने के लिए उत्कृष्ट राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालयों में होती है।
मोनालिसा बचपन से पढ़ाई के प्रति संवेदनशील होने के कारण बेहतरीन प्रदर्शन करने में कामयाब हुई है।
ज्ञात हो वर्तमान में मोनालिसा के पिता नेशनल एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड में वरिष्ठ प्रबन्धक(प्रद्रावक) के पद पर कार्यरत हैं। श्री कोसरिया भी अपने छात्र जीवन में कड़ी मेहनत करके इस मुकाम तक पहुंचे हैं एवं उसी अनुरूप अपने बच्चों में भी शिक्षा का महत्व जागृत कर के आज बच्चों के सफल होने में मुख्य भूमिका निभा पाएं। मोनालिसा को अपने प्रोफेशन में गहरी दिलचस्पी है और उसे विश्वास है की उसकी लगन विकास की राह पर अग्रसर नवोदित राज्य छत्तीसगढ़ जैसे सुदूरवर्ती क्षेत्र में रह रहे जनसमूह का प्रभावी तरीके से प्रतिनिधित्व कर पाएगी ।