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इलाज के लिए अब नहीं लगानी पड़ेगी रायपुर की दौड़, गरियाबंद जिले को मिली 5 मशीनें

गरियाबंद। किडनी की बीमारी से जूझ रहे जिले के मरीजों को अब डायलसिस के लिए रायपुर जाने की जरूरत नही पड़ेगी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की “जीवन धारा” योजना के तहत जिले को 5 डायलसिस मशीनें प्राप्त हुई है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही जिले के मरीजों को इन मशीनों का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी एनआर नवरत्न ने इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए बताया है कि शासन से जिले को 5 डायलिसिस मशीने प्राप्त हुई है। जिन्हें इंस्टॉल करने का काम जारी है। तीन मशीनें जिला अस्पताल में लगाई जा रही और दो मशीनें देवभोग अस्पताल में लगाई जाएगी। उन्होंने बताया कि जिला अस्पताल में दो मशीनें इंस्टॉल हो चुकी है। एक का काम जारी है इसके बाद देवभोग की मशीनें इंस्टॉल की जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जिले के मरीजों को इन मशीनों का लाभ जल्दी ही मिलना शुरू हो जायेगा।

एक जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन छत्तीसगढ़ द्वारा प्रदेश के 12 और जिला अस्पतालों में डायलसिस मशीन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इससे पहले प्रदेश के 8 जिलों में यह सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है। अभी रायपुर में 10, गरियाबंद, जगदलपुर, राजनांदगांव और जांजगीर में 5-5, सूरजपुर, कोरिया, कवर्धा और धमतरी में 4-4, मुंगेली और बालोद में 3-3, तथा बलौदाबाजार में 2 डायलिसिस मशीन उपलब्ध कराई जा रही है। इस प्रकार कुल 54 डायलसिस मशीनो की स्थापना 12 जिलों में की जा रही है। रायपुर, गरियाबंद और जगदलपुर में मशीनों की स्थापना का काम अंतिम चरण में है। यहां के मरीजो को जल्द ही इनका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।

गरियाबंद के जिला अस्पताल और देवभोग में डायलिसिस सुविधा उपलब्ध होने से जिले के दूरस्थ अंचल के लोगो को इलाज के लिए भटकने की जरूरत नही पड़ेगी। किडनी मरीजों को अपने नजदीकी अस्पताल में ही यह सुविधा निशुल्क उपलब्ध होगी। इससे मरीजो को समय और धन दोनों की बचत होगी।

सुपेबेडा के किडनी प्रभावित मरीजों को भी इन मशीनों का लाभ मिलेगा। जिले में सबसे अधिक किडनी मरीज इसी गांव में है। यहां के मरीजों को इलाज के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है, अब देवभोग और जिला अस्पताल में डायलिसिस सुविधा उपलब्ध होने से यहां के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

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