RAID BREAKING: Big action by ED, raid in 4 districts of the state, created panic
गतिविधियों में संलिप्त कई संगठन पर केंद्रीय एजेंसियां कड़ा एक्शन लेने में जुटी हुई हैं। इसी कड़ी में आज केरल में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) संगठन के पूर्व सदस्यों के कई ठिकानों पर चल रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पीएफआई के स्लीपर सेल राज्य में सक्रिय थे और केंद्रीय जांच एजेंसी संदिग्ध विदेशी हवाला धन लेनदेन की जांच कर रही है।
विदेशी फंडिंग के माध्यम से पीएफआई (PFI) के पूर्व सदस्य देश भर में कट्टरपंथी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे थे। सोमवार सुबह शुरू हुई छापेमारी एर्नाकुलम, वायनाड, त्रिशूर और मलप्पुरम जिलों में जारी है। फिलहाल ईडी ने इस मामले पर आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है। जानकारी के मुताबिक, एजेंसी ने एनआईए के मामले के आधार पर पीएमएलए जांच शुरू की है।
ईडी अधिकारियों की एक टीम ने सशस्त्र गार्डों के साथ सुबह करीब छह बजे छापेमारी शुरू की। त्रिशूर जिले के चावक्कड़ में पीएफआई के राज्य नेता लतीफ पोक्कथिलम के घर पर भी तलाशी चल रही है। एनआईए ने उनके घर पर छापेमारी भी की थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, लतीफ सऊदी अरब भाग गया है। लतीफ के अलावा ईडी ने वायनाड में अब्दुल समद, मलप्पुरम में अब्दुल जमील और नूरुल अमीन के घरों पर भी छापेमारी की। आतंकी साजिशों को अंजाम देने के लिए विदेशों से पीएफआई नेताओं के बैंक खातों में करोड़ों रुपये की धनराशि स्थानांतरित की गई थी।
28 सितंबर, 2022 को केंद्र सरकार ने ‘गैरकानूनी गतिविधियों’ के लिए पीएफआई और संबंधित संगठनों पर पांच साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया। ऑपरेशन ऑक्टोपस नामक राष्ट्रव्यापी कार्रवाई के बाद कई पीएफआई नेताओं को गिरफ्तार किया गया था।