PRASHANT KISHORE IN POLICE CUSTODY : पटना पुलिस के हिरासत में प्रशांत किशोर, विवेक तन्खा बोले – ‘बिहार की राजनीति में नई बहस शुरू हुई’

PRASHANT KISHORE IN POLICE CUSTODY: Prashant Kishor in the custody of Patna Police, Vivek Tankha said – ‘A new debate has started in the politics of Bihar’
पटना। जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर को सोमवार तड़के पटना पुलिस ने गांधी मैदान से हिरासत में ले लिया। वे 2 जनवरी से बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में कथित अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे थे। पुलिस ने सुबह लगभग 4 बजे गांधी मैदान खाली कराने के दौरान प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों को हिरासत में लिया और उन्हें एम्स ले जाया गया।
अनशन और हिरासत की वजह –
प्रशांत किशोर ने बीपीएससी परीक्षा में कथित भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच और परीक्षा रद्द कर दोबारा आयोजित करने की मांग की थी। उनका कहना था कि जब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छात्रों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं करेंगे, वे अनशन जारी रखेंगे। पुलिस कार्रवाई के बाद उनके समर्थकों में नाराजगी देखी गई और कई जगह विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
विवेक तन्खा का बयान –
मध्यप्रदेश से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने प्रशांत किशोर की कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए उन्हें “नॉन ट्रेडिशनल लीडर” बताया। तन्खा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “प्रशांत किशोर बुद्धिमान व्यक्ति हैं। वे बिहार की राजनीति में नई बहस को जन्म दे रहे हैं। सवाल यह है कि क्या बिहार की जनता नई व्यवस्था के लिए तैयार है? क्या प्रशांत किशोर जातिगत राजनीति पर अंकुश लगा पाएंगे? क्या वे नए युग के नेता बन पाएंगे?”
समर्थकों में नाराजगी, आगे की रणनीति पर नजर –
प्रशांत किशोर के हिरासत में लिए जाने के बाद उनके समर्थकों में भारी रोष है। कई जगह प्रदर्शनकारियों ने पुलिस कार्रवाई की आलोचना की है। जन सुराज पार्टी ने इस कार्रवाई को लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया है।
अब सबकी नजर प्रशांत किशोर की अगली रणनीति और बिहार की राजनीति पर पड़ने वाले प्रभाव पर टिकी है।