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रायपुर में होगा अमृत 2.0 के विजेता स्योरनेश इनोवेशन का पायलट प्रोजेक्ट: चिरौंजी तालाब बनेगा मॉडल

रायपुर, [29 जुलाई 2025]: रायपुर नगर निगम ने आज एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए, जिसके तहत अमृत 2.0 योजना के विजेता डॉ. सुरेंद्र शर्मा के ‘स्योरनेश इनोवेशन’ (Sureness Innovation) के साथ मिलकर चिरौंजी तालाब में एक अत्याधुनिक शैवाल-आधारित अपशिष्ट जल उपचार संयंत्र (algae-based wastewater treatment plant) स्थापित किया जाएगा। यह छत्तीसगढ़ के लिए गौरव का क्षण है क्योंकि स्योरनेश इनोवेशन राज्य से अमृत 2.0 का एकमात्र विजेता है।

इस पायलट परियोजना में रायपुर नगर निगम और हैदराबाद स्थित प्रशासनिक स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया (ASCI) भी सहयोगी होंगे। इस पहल का उद्देश्य चिरौंजी तालाब के पानी की गुणवत्ता में सुधार करना और अपशिष्ट जल उपचार के लिए एक स्थायी और नवीन मॉडल प्रस्तुत करना है।
नगर निगम आयुक्त श्री विश्वदीप जी ने इस अवसर पर कहा, “हमें डॉ. सुरेंद्र शर्मा और उनकी टीम स्योरनेश इनोवेशन के साथ जुड़कर बेहद खुशी हो रही है। उनकी शैवाल-आधारित तकनीक अपशिष्ट जल उपचार में एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है, और चिरौंजी तालाब में इस पायलट प्रोजेक्ट से हमें इसके प्रभावी कार्यान्वयन को समझने में मदद मिलेगी। यह पहल रायपुर को स्वच्छ और हरित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”

डॉ. सुरेंद्र शर्मा ने इस साझेदारी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “हमें रायपुर नगर निगम और ASCI हैदराबाद के साथ मिलकर इस परियोजना पर काम करने का अवसर मिलने पर गर्व है। हमारी शैवाल-आधारित तकनीक पर्यावरण के अनुकूल और लागत प्रभावी है, और हमें विश्वास है कि चिरौंजी तालाब में यह सफल मॉडल साबित होगा, जिसे भविष्य में अन्य स्थानों पर भी दोहराया जा सकेगा।”

यह परियोजना न केवल चिरौंजी तालाब के पारिस्थितिकी तंत्र को बेहतर बनाएगी, बल्कि अपशिष्ट जल प्रबंधन के क्षेत्र में नई तकनीकों के अनुसंधान और विकास को भी बढ़ावा देगी। उम्मीद है कि यह पायलट प्रोजेक्ट पूरे छत्तीसगढ़ और देश के अन्य हिस्सों के लिए एक प्रेरणा बनेगा।

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