PETROL AND DIESEL RATE : कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट, भारत पर क्या होगा असर ?
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PETROL AND DIESEL RATE: Big fall in crude oil prices, what will be the impact on India?
नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। 72 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आई क्रूड की कीमतें पिछले एक साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गई हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अगले छह महीने तक कच्चे तेल की कीमत 75-80 डॉलर प्रति बैरल रहने की संभावना है, जो भारत के लिए फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, इसका असर पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतों पर पड़ने की उम्मीद कम है।
अमेरिका-रूस के कदमों का असर
अमेरिका ने कच्चे तेल के उत्पादन को तेजी से बढ़ाने की घोषणा की है, जबकि रूस और ईरान के तेल निर्यात पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। इसके चलते अमेरिकी क्रूड बाजार को बढ़ावा मिल रहा है। वहीं, सऊदी अरब ने तेल उत्पादन में कटौती नहीं करने का फैसला लिया है, जिससे तेल की कीमतों में गिरावट बनी रह सकती है।
भारत पर क्या असर पड़ेगा?
🔹 डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
🔹 सरकारी तेल कंपनियों को 7-9 रुपये प्रति लीटर तक का मुनाफा होने की संभावना।
🔹 फ्यूल की खुदरा कीमतों में राहत के आसार नहीं, क्योंकि कंपनियां मुनाफा बनाए रखना चाहती हैं।
🔹 रूस से तेल खरीदना भारत के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
फ्यूल की कीमतें कब बदली थीं?
भारत में आखिरी बार मार्च 2024 में पेट्रोल-डीजल के दाम संशोधित किए गए थे, जब तेल कंपनियों ने 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी। उस वक्त भारत 89 डॉलर प्रति बैरल की दर से क्रूड खरीद रहा था। अब कीमतें 73 डॉलर प्रति बैरल तक गिर चुकी हैं, लेकिन जनता को अब तक कोई राहत नहीं मिली है।
सरकारी तेल कंपनियों के अधिकारियों का कहना है कि आने वाले महीनों में स्थिति अभी भी अनिश्चित बनी हुई है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव होता है या नहीं।