PARIS PARALYMPICS : पेरिस पैरालंपिक में भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन, 2 गोल्ड मेडल समेत 8 मेडल जीतकर रचा इतिहास
PARIS PARALYMPICS: India’s historic performance in Paris Paralympics, created history by winning 8 medals including 2 gold medals
नई दिल्ली. भारत खिलाड़ियों ने 2 सितंबर, सोमवार को पेरिस पैरालंपिक में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया. भारत ने इस दिन 2 गोल्ड मेडल समेत 8 मेडल जीत लिए. पैरा शटलर नितेश कुमार ने भारत के लिए दिन का पहला गोल्ड जीता तो सुमित अंतिल ने जेवलिन थ्रो का सोना अपने नाम किया. इसके साथ ही भारत ने मेडल टैली में एक ही दिन में 15 स्थान की छलांग लगाई और 15वें स्थान पर आ बैठा. भारत ने सोमवार को 3 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल भी जीते. इस तरह भारतीय खिलाड़ियों ने 2 सितंबर 2024 को यादगार बना दिया.
भारत अब पैरालंपिक में अपने बेस्ट परफॉर्मेंस की ओर बढ़ चला है. भारत ने पेरिस गेम्स 2024 में अब तक 3 गोल्ड समेत 15 मेडल जीत लिए हैं और मेडल टैली में टॉप-15 में शामिल है. भारतीय दल ने तीन साल पहले टोक्यो पैरालंपिक में 5 गोल्ड समेत 19 मेडल जीते थे.
नितेश ने स्वर्णिम शुरुआत की –
भारत को 2 सितंबर को पहला गोल्ड 29 साल के नितेश कुमार ने पैरा बैडमिंटन एसएल-3 कैटेगरी में दिलाया. आईआईटी मंडी से इंजीनियरिंग करने वाले हरियाणा के नितेश ने ब्रिटेन के बेथेल को एक घंटे और 20 मिनट चले मुकाबले में 21-14 18-21 23-21 से हराया.
सुमित ने दिलाया देश को तीसरा गोल्ड –
26 वर्ष के सुमित अंतिल ने एफ64 जेवलिन थ्रो में 70.59 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता. सोनीपत के विश्व रिकॉर्डधारी सुमित ने अपना ही 68.55 मीटर का अपना ही पैरालंपिक रिकॉर्ड बेहतर किया जो उन्होंने तीन साल पहले टोक्यो में बनाया था. उनका विश्व रिकॉर्ड 73.29 मीटर थ्रो का है.
शीतल और राकेश को तीरंदाजी में ब्रॉन्ज –
भारतीय तीरंदाज शीतल देवी और राकेश कुमार की जोड़ी ने मिक्स्ड टीम कंपाउंड ओपन इवेंट में इटली के मातेओ बोनासिना और एलेओनोरा सारती को 156-155 से हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया. शीतल तीरंदाजी में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनींं. भारत को जीत तब मिली जब 17 वर्ष की शीतल का शॉट रिवीजन के बाद अपग्रेड कर दिया गया. चार तीर बाकी रहते भारतीय जोड़ी एक अंक से पिछड़ रही थी लेकिन आखिर में संयम के साथ खेलते हुए जीत दर्ज की. भारतीयों ने 10, 9, 10, 10 स्कोर किया जबकि इटली की टीम ने 9, 9, 10, 10 स्कोर किया.
कथुनिया, सुहास और तुलसीमति को रजत –
भारत के योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो और सुहास यथिराज और तुलसीमति मुरुगेसन (एसयू5) ने बैडमिंटन में सिल्वर मेडल जीते. योगेश कथुनिया ने पेरिस पैरालंपिक में एफ56 के डिस्कस के इवेंट में 42.22 मीटर थ्रो कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया. यह उनका इस सीजन का बेस्ट प्रदर्शन भी है. कथुनिया ने इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक में भी इस स्पर्धा का रजत पदक जीता था.
बैडमिंटन में महिला सिंगल्स में 22 साल की तुलसीमति को फाइनल में चीन की गत चैंपियन यैंग कियू शिया के खिलाफ 17-21 10-21 से हार का सामना करना पड़ा. इस तरह टॉप सीड तुलसीमति को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा. दूसरी सीड मनीषा ने डेनमार्क की तीसरी वरीय कैथरीन रोसेनग्रेन को 21-12 21-8 से हराकर कांस्य पदक जीता. नित्या सिवन ने भी बैडमिंटन में ही एसएच 6 कैटेगरी का ब्रॉन्ज मेडल जीता.
सुहास को लगातार दूसरा सिल्वर –
2007 बैच के आईएएस अधिकारी एलवाई सुहास ने लगातार दूसरे पैरालंपिक में एसएल4 कैटेगरी का सिल्वर मेडल जीता. सुहास फाइनल में फ्रांस के लुकास माजूर से सीधे गेम में हार गए. 41 वर्ष के सुहास को 9-21, 13-21 से हार झेलनी पड़ी. टोक्यो पैरालंपिक में भी लुकास ने ही सुहास को हराया था.