PAHALGAM TERROR ATTACK : Security tightened in the valley after Pahalgam attack, thousands of tourists stranded amid gunfire, desperate to return home
रायपुर। PAHALGAM TERROR ATTACK जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसारन घाटी में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद कर दिया गया है। इस दिल दहलाने वाली घटना में अब तक 28 लोगों की जान जा चुकी है। यह अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है, जिसमें पहली बार पर्यटकों को निशाना बनाया गया है।
PAHALGAM TERROR ATTACK हमले के बाद सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान हर इलाके में तैनात कर दिए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर तलाशी अभियान जारी है। छत्तीसगढ़ सहित देश के अलग-अलग हिस्सों से आए हजारों पर्यटक घाटी में फंसे हुए हैं।
रायपुर निवासी वरिष्ठ पत्रकार और ‘दैनिक छत्तीसगढ़ वॉच’ के प्रधान संपादक रामावतार तिवारी भी अपने परिवार के साथ जम्मू-कश्मीर घूमने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर में शांति देखी गई थी, जिससे लगा कि अब वहां घूमना सुरक्षित है। इस बार पर्यटकों की संख्या भी हर वर्ष से ज्यादा है।
PAHALGAM TERROR ATTACK रामावतार तिवारी ने कहा कि माहौल फिलहाल नियंत्रण में है, लेकिन यह घटना बेहद निंदनीय है, क्योंकि आतंकियों ने धर्म पूछ कर पर्यटकों को निशाना बनाया। स्थानीय लोगों में भी इस घटना को लेकर नाराज़गी है, क्योंकि उनका जीवन पूरी तरह पर्यटन पर आधारित है। होटल, ट्रांसपोर्ट, बस सेवा से लेकर दुकानें – सब कुछ पर्यटकों पर ही निर्भर है।
सरकार ने सभी फंसे हुए यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए अभियान तेज कर दिया है। सेना और पुलिस बल पूरी मुस्तैदी से सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। हर व्यक्ति की पहचान और पूछताछ के बाद ही आगे बढ़ने की अनुमति दी जा रही है।
PAHALGAM TERROR ATTACK गौरतलब है कि कुछ दिन पहले रामबन इलाके में बादल फटने की घटना के कारण भी कई लोग फंसे थे। अब पहलगाम हमले के चलते हालात और चुनौतीपूर्ण हो गए हैं।
पर्यटकों की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता है। सभी को सुरक्षित स्थानों में ले जाकर उनके घर भेजने की प्रक्रिया तेज़ी से चल रही है। स्थानीय लोगों की यही अपील है कि कश्मीर की अमन-शांति और पर्यटन को बर्बाद करने वाली इस घटना को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाया जाए और दोषियों को कड़ी सज़ा मिले।