बिना अनुमति धरना-प्रदर्शन नहीं… पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह बोले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश में इमरजेंसी जैसे हालात पैदा कर रहे हैं…
राज्य सरकार की ओर से प्रदेश में कहीं भी धरना-प्रदर्शन, रैली, सभा और सार्वजनिक आयोजन के लिए अनुमति लेना अनिवार्य है। बिना अनुमति के आंदोलन करने पर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश सरकार की ओर से जारी किए गए इस आदेश पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल प्रदेश में इमरजेंसी जैसे हालात पैदा कर रहे हैं।
डॉ. रमन ने कहा कि राजनीति संगठन, सामाजिक संगठन, सरकारी अधिकारी, कर्मचारियों के संगठन के पास अपनी बात रखने के लिए आंदोलन ही एक मात्र माध्यम होता है। इस पर ही प्रतिबंध लगाना यानी की लोकतंत्र के प्रजातांत्रिक मूल्यों की उपेक्षा करना है। कहा कि प्रदेश सरकार के इस आदेश का भाजपा की ओर से विरोध किया जा रहा है और 15 दिनों के भीतर आदेश वापस नहीं लिए जाने पर प्रदेशभर में जेल भरो आंदोलन किए जाएंगे।
तुगलकी आदेश बताया
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की ओर से 19 बिंदुओं में काला आदेश जारी किया गया है। इस आदेश के तहत प्रदेश में अघोषित आपातकाल लगा दिया गया है। यह एक तुगलकी आदेश है, जिसमें राजनीतिक, धार्मिक, सार्वजनिक आयोजनों पर रोक लगाई गई है जबकि कई संगठन आज भी राजधानी स्तर पर अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। प्रदेशस्तर पर अब इसका विरोध किया जाएगा।
इसलिए कर रहे आपत्ति
बताया गया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाकर राजनीतिक संगठनों के अलावा प्रेस की आजादी भी छीन ली थी। भूपेश भी इसी रास्ते पर चल रहे हैं। इससे आम लोगों की आवाज दबाई जा रही है। आंदोलन से पहले शपथ पत्र देना, वॉलंटियर रखने संबंधित शर्तों पर भाजपा की ओर से आपत्ति जताई जा रही है। धरना-प्रदर्शन के माध्यम से अपनी बात रखना लोकतांत्रिक व्यवस्था है।
लोकतंत्र की रक्षा जरूरी
डॉ. रमन ने कहा कि लोग अपनी लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखना चाह रहे हैं पर कांग्रेस सरकार की ओर से दमनकारी नीति अपनाते हुए आवाज को दबाने का प्रयास हो रहा है। डॉ रमन ने कहा कि राज्य सरकार के संज्ञान में आया है कि कुछ संगठन बिना अनुमति के धरना-प्रदर्शन करते हैं और अनुमति लेने के बाद भी प्रदर्शन का स्वरूप बदला जाता है। आम लोगों की आजादी को कुचलने कांग्रेस का इतिहास रहा है।
भाजपा संगठन विरोध में: राज्य सरकार की ओर से इस तुगलकी आदेश को वापस नहीं लिया जाएगा तो भाजपा की ओर से हर ब्लॉक और जिला मुख्यालय में जेल भरो आंदोलन किया जाएगा। इस मसले को लेकर भाजपा संगठन के सीनियर नेता हर जिला मुख्यालय में जाकर प्रदेश सरकार की गलत नीतियों का विरोध कर रहे हैं।