NEET STUDENT SUICIDE : एक ही दिन में 2 नीट छात्रों ने की आत्महत्या, 2 दिन पहले आए थे पढ़ने ..

NEET STUDENT SUICIDE: 2 NEET students committed suicide in the same day, had come 2 days ago to study..
डेस्क। राजस्थान के सीकर में एक ही दिन में दो अलग-अलग छात्रों के सुसाइड का मामला सामने आया है. सीकर, उद्योग नगर थाना इलाके में ही दोनों छात्रों ने सुसाइड कर लिया.एक छात्र 10वीं क्लास का है तो दूसरा छात्र मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम यानी NEET (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) की तैयारी कर रहा था. 16 वर्षीय छात्र 29 जून को सीकर आया था, जबकि 17 वर्षीय स्टूडेंट् 26 जून को नीट की तैयारी के लिए सीकर आया था.
4 दिन पहले सीकर आया था 10वीं का स्टूडेंट –
16 वर्षीय छात्र शैलेश सैनी करोली का रहना वाला है और 29 जून को सीकर आया था. उसके परिवार ने 29 जून को यहां आस्था स्कूल में 10वीं क्लास में एडमिशन करवाया था. छात्र उसी स्कूल के ऊपर मंजिल में बने हॉस्टल में रहा था. बीते सोमवार रात छात्र ने पंखे से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. जब सुबह छात्र ने बहुत देर तक कमरा नहीं खोला तो हॉस्टल संचालक को बुलाया गया. जब कमरा खोला गया तो छात्र सुसाइड कर चुका था. छात्र के परिजनों की इसकी सूचना दी गई थी.
नीट की तैयारी के लिए दिन पहले लिया था एडमिशन –
वहीं दूसरा मामला जयपुर के हिंगोनिया इलाके के रहने वाले छात्र विशाल का है. 17 वर्षीय विशाल ने 26 जून को सीकर में नीट की तैयारी के लिए एडमिशन लिया लिया था. वह सीकर में अपने छोटे भाई के साथ किराए के मकान में रह रहा था. विशाल ने सोमवार सुबह कमरे में फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया.
उद्योग नगर थाने के एचसी मदन लाल ने बताया कि मुझे सूचना मिली कि सुनील बारी के मकान पर एक बच्चा रह रहा था जिसने फांसी लगा ली है. उक्त सूचना पर रवाना होकर उनके निवास स्थान हनुमान नगर पहुंचे तो लड़के को कमरे में फांसी के फंदे से नीचे उतारा. मृतक छात्र विशाल अपने सगे भाई अरुण के साथ यहां रह रहा था.
अरुण ने बताया कि विशाल पुत्र गणपत लाल जाति यादव उम्र 17 साल निवासी हिंगोनिया जयपुर से 26 जून को ही यहां आए थे. विशाल ने यहां गुरु कृपा कोचिंग स्कूल में नीट की तैयारी के लिए एडमिशन लिया था. बाकी अन्य जानकारी व जांच जारी है. दोनों ही छात्रों के पास से अभी तक कोई सुसाइट नोट तक नहीं मिला. पुलिस ने दोनों छात्रों के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजनों के सुपुर्द करवा दिया.