Mrs. INDIA TELANGANA QUEEN (RUNNER UP) : छत्तीसगढ़ की बेटी प्रियंका तारे घर से ग्लैमर तक …

Mrs. INDIA TELANGANA QUEEN (RUNNER UP): Chhattisgarh’s daughter Priyanka Tare moves from home to glamour…
दुर्ग। छत्तीसगढ़ की प्रियंका तारे, जिन्होंने जगदलपुर में जन्म लेकर भिलाई के केपीएस स्कूल में पढ़ाई की, आज तेलंगाना और छत्तीसगढ़ का गौरव बन चुकी हैं। गृहिणी से लेकर कॉर्पोरेट मैनेजर और मिसेज इंडिया तेलंगाना क्वीन (रनर-अप) बनने तक का उनका सफर प्रेरणादायक है। वह न केवल ताकत, आत्मविश्वास और सुंदरता की मिसाल हैं, बल्कि समाज की महिलाओं को उनके सपनों का पीछा करने के लिए प्रेरित भी करती हैं।
बचपन से जुनून तक का सफर –
प्रियंका का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ। उनके पिता अच्युत कुमार शर्मा और मां अनीता शर्मा ने उन्हें हमेशा सपने देखने और उन्हें साकार करने के लिए प्रेरित किया। स्कूल के दिनों से ही प्रियंका राज्य स्तरीय बैडमिंटन खिलाड़ी के रूप में अपनी पहचान बना चुकी थीं।
कॉर्पोरेट दुनिया में सफलता –
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, प्रियंका ने इवेंट मैनेजमेंट और एचआर में एक सफल करियर बनाया। उनकी मल्टीटास्किंग और कार्य-जीवन संतुलन को सहजता से प्रबंधित करने की कला ने उन्हें कॉर्पोरेट जगत में पहचान दिलाई।
सपनों को पंख, सौंदर्य प्रतियोगिता का सफर –
पिछले 10 वर्षों से हैदराबाद में रह रहीं प्रियंका ने अपनी शादीशुदा जिंदगी और करियर के बीच अपने जुनून को समय दिया। उन्होंने “ममता त्रिवेदी प्रेजेंट्स मिसेज इंडिया तेलंगाना एंड आंध्र प्रदेश 2025” प्रतियोगिता में भाग लिया। यह प्रतियोगिता महिलाओं के स्वास्थ्य और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।
सिटाडेल होटल्स एंड कन्वेंशन्स, शमशाबाद में आयोजित इस भव्य फिनाले में भारत सहित विदेशों से लगभग 60 प्रतिभागियों ने रैंप पर अपनी छाप छोड़ी। प्रियंका ने न केवल मिसेज पैशनेट का खिताब जीता, बल्कि मिसेज इंडिया तेलंगाना क्वीन (रनर-अप) का ताज पहनकर अपने राज्य का नाम रोशन किया।
समाज के लिए प्रतिबद्धता –
प्रियंका केवल सौंदर्य प्रतियोगिता तक सीमित नहीं रहीं। वह जरूरतमंदों की मदद करने और वंचितों को सहायता प्रदान करने के लिए समर्पित हैं। उनकी दयालुता और समाज सेवा के प्रति प्रतिबद्धता ने उन्हें और अधिक प्रेरणादायक बनाया है।
हर महिला के लिए प्रेरणा हैं प्रियंका –
प्रियंका का मानना है, “महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं। उन्हें अपने सपनों का पीछा करना कभी नहीं छोड़ना चाहिए।” वह हर महिला को प्रोत्साहित करती हैं कि वे जीवन के हर पहलू में आत्मविश्वास और जुनून के साथ आगे बढ़ें।
प्रियंका तारे का सफर हर उस महिला के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को सच करना चाहती है। वह साबित करती हैं कि एक गृहिणी, खिलाड़ी, कॉर्पोरेट मैनेजर और समाजसेविका के रूप में अपनी पहचान बनाकर भी आप अपने सपनों को पंख दे सकती हैं।