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राजनीति में भौतिक तत्वों का अधिक बोलबाला…आम मतदाता में जागरूकता आई अप चुनाव चिन्ह की जगह मुद्दों पर करते हैं वोट

रायपुर । राजनीति में एक प्रशासनिक अधिकारी का प्रवेश होता है तो कई सारी चर्चाएं आम हो जाती हैं वही यह समझा जाता है की लाभ की आदत ने राजनीति में ला दिया लेकिन कहीं यह भी सत्य है कि कई प्रशासनिक अधिकारी आम लोगों की भावनाओं का आदर कर पारिवारिक संस्कारों में से मिले बीजों के विश्वास पर प्रवेश करते हैं आइए ऐसे शहर के एक महत्वपूर्ण शख्सियत और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी से रूबरू होते हुए उनके कई अनछुए पहलुओं को जानते हैं और समझते हैं और कोशिश करते हैं की इस आईएएस और राजनेता की आम लोगों के लिए दूरदृष्टि क्या है जी हां हम बातचीत कर रहे हैं छत्तीसगढ़ शासन में एक लंबे अरसे तक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रहे कई जिलों में जिला दंडाधिकारी रहे और वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता गणेश शंकर मिश्रा की जो नाम एक बार फिर से आम लोगों की चर्चाओं का केंद्र है और सुर्खियों में बना हुआ है
राजनीति में प्रवेश के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए गणेश शंकर मिश्रा ने कहा की 31 अक्टूबर 2017 को शासन के कार्यों से मुक्त हुआ उससे पहले निरंतर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व और कृतित्व से प्रभावित रहे कई सालों तक प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के कार्यकाल में अधिकारी के तौर पर कार्य करने का अवसर रहा इस दौरान भी प्रतिक्रिया राजनीति में आने की बनती रही इसी दौरान कई मुलाकात के अवसरों में डॉ रमन सिंह से नजदीक या बड़ी और 2003 में राजनांदगांव सांसद रहे बाद में सांसद पद को त्याग कर डोंगरगांव से विधायक का चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की इस दौरान की नज़दीकियां बनती चली गई और राजनीति में आने की इच्छा प्रबल होती चली गई यही वजह थी कि भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रभक्ति हिंदुत्व और सनातन धर्मी कार्यों से प्रभावित होकर 12 अगस्त 2021 को भाजपा में प्रवेश कर लिया इस दौरान वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव राजनांदगांव सांसद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कई भाजपा वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी रही वे कहते हैं कि भाजपा में आने का सबसे अधिक प्रभाव देश के प्रधानमंत्री की छवि थी जो आज भी उनके मन में केंद्रित होती है ग्राम मुरा मैं जन्मे गणेश शंकर मिश्रा का मानना है कि एक आम राजनेता में सादगी होनी चाहिए जो अब कहीं-कहीं पर दिखाई देती है सभी में नहीं दिखाई पड़ती
छत्तीसगढ़ वॉच प्रतिनिधि ने सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता गणेश शंकर मिश्रा से बातचीत की और उनसे जुड़े कई पहलुओं को जाना बातचीत के दौरान बेबाक प्रतिक्रिया के धनी श्री मिश्रा ने साफ तौर पर कहा कि राजनीति में भौतिक तत्वों का अधिक बोलबाला हो गया है अब चुनाव खर्चीला हो गया है क्योंकि चुनाव में व्यक्तित्व से कहीं अधिक पैसे का प्रभाव दिखाई देता है उनका कहना था इन सब के बावजूद आम जनता जागरूक हो गई है जो जनता पहले चुनाव चिन्ह पर वोट करती थी आज मुद्दों की बात करती राजनीति में भौतिक तत्वों का अधिक बोलबाला…आम मतदाता में जागरूकता आई अप चुनाव चिन्ह की जगह मुद्दों पर करते हैं वोटहै अधिकारों की बात करती है और फिर मतदान करती है मतदाता गलत और सही व्यक्तित्व को पहचानने लगे हैं इसलिए अब और आज से 50 साल की पहले की राजनीति में काफी परिवर्तन है

धरसीवा से चुनाव की दावेदारी
गणेश शंकर मिश्रा मानते हैं की पार्टी का निर्देश सर्वोपरि है जो जिम्मेदारी दी जाएगी निभाने तैयार हैं पालन करने तैयार हैं धरसीवा से प्रत्याशी बनाया जाता है तो भी इस दायित्व को लेने के लिए तैयार है इससे पहले यह कहते हैं कि वे भाजपा के सिपाही हैं और पार्टी का नेतृत्व जो जिम्मेदारी देगा उसका पालन करेंगे।

शराबबंदी मुद्दा नहीं निभा पाए कॉन्ग्रेस
वे कहते कहते हैं कि कांग्रेस ने शराबबंदी का ऐलान किया था लेकिन अब वह अपने वादे से मुकर गई है घोषणा पत्र के बिंदु क्रमांक 14 को भुला दिया गया है और साडे 4 साल के कार्यकाल में शराबबंदी नहीं हो सकी है जो यह बताता है कि छत्तीसगढ़ में वर्तमान सरकार की कार्यप्रणाली क्या है उनका आरोप है कि ईडी एक महत्वपूर्ण जांच एजेंसी है जिसने शराब के अवैध कार्यों का का भंडाफोड़ किया है।

नरवा गरवा घुरवा बाड़ी फ्लैगशिप स्कीम फ्लॉप

वे बताते हैं कि छत्तीसगढ़ सरकार ने जिस नरवा गर वा घुरवा बाड़ी फ्लैगशिप स्कीम को ढिंढोरा पीटकर वाहवाही लूटी थी वही स्कीम पूर्णता ब्लॉक रही है क्योंकि इस स्कीम में जिन बातों को उद्देश्य पूर्ण बताया गया उनका कहीं पूर्ति नहीं हो पाता है गौठान में भारी भ्रष्टाचार है 11000 पंचायत में प्रति पंचायत ₹19 खर्च कर कॉटन तैयार किए गए लेकिन यहां पर गौठान नहीं है आज भी गौ माता ने सड़क पर हैं जबकि एक गौठान में तीन सौ गौमाता है होना चाहिए जहां माता नहीं बॉस और बल्ली का पठानी दिखाई पड़ता है भाजपा ने जागो गौठान खोलो बोल के माध्यम से कई प्रकार के भ्रष्टाचार को उजागर किया है.

वर्मी कंपोस्ट का ढकोसला
श्री मिश्रा कहते हैं कि वर्मी कंपोस्ट का एक बड़ा बड़ा ढकोसला चल रहा है ग्रामीणों को वर्मी कंपोस्ट खरीदने के लिए बाध्य किया जाता है जो गुणवत्ता विहीन है घटिया क्वालिटी की है क्योंकि कंपोस्ट में गोबर का खाद कम कंकड़ अधिक है

बिजली उत्पादन का झूठ

चर्चा के दौरान गणेश शंकर मिश्रा ने सीधे तौर पर आरोप लगाया और कहा कि राज्य की सरकार ने राज्य में बिजली उत्पादन का एक बड़ा झूठ कहा है इसमें सरकार ने 11,000 ग्राम पंचायतो से मिलने वाले गोबर के माध्यम से बिजली उत्पन्न करने की योजना बनाई थी और यह दावा किया था कि प्रति गोटन के गोबर से 1.53 किलो वाट बिजली उत्पादन की जा सकेगी अगर पूरे प्रदेश के आकलन में देखें तो यह 16 मेगावाट बिजली होती है जबकि या झूठ इस तरह से भी साबित होता है कि राज्य का सबसे बड़ा बिजली उत्पादन केंद्र मडवा जहां आज भी 1000 मेगा वाट बिजली का उत्पादन होता है तो ऐसे में कैसे संभव है कि 1 600 मेघा वाट बिजली का उत्पादन गौठान के माध्यम से हो पाएगा यही नहीं इस महत्वकांक्षी योजना में बेमेतरा के राखी दुर्ग के सिकोला और रायपुर में यूनिट संयंत्र स्थापित करने का प्लान बनाया गया जो अब तक फ्लॉप रहा है।

छत्तीसगढ़ की अस्मिता को सामने लाने का प्रयास

राज्य सरकार के कई कामों की कटु आलोचना करने के साथ भाजपा नेता गणेश शंकर मिश्रा यह मानते हैं कि प्रदेश की वर्तमान सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की अस्मिता को सामने लाने की बहुत हद तक की कोशिश की है और सफल रहे हैं इसकी हम प्रशंसा करते हैं

धरसीवा के बेरोजगारों को रोजगार
वर्ष 2023 में चुनाव के दौरान पार्टी का आश्वासन और समर्थन मिलने के बाद निर्देश पर धरसीवा से प्रत्याशी घोषित होने के साथ ही काली प्राथमिकता में जो काम किए जाएंगे उसमें युवा बेरोजगारों को रोजगार दिलाया जाएगा उनका कहना है कि धरसीवा तीन मंडल में बटा है इसमें विधानसभा खरोरा और धरसीवा इन सभी में 3 लाख वोटर हैं जिसमें बेरोजगारी शिक्षित युवाओं को रोजगार एक बड़ा मुद्दा है जो पहली प्राथमिकता से घोषणापत्र का बिंदु होगा यहां औद्योगिक क्षेत्र है और देश का सबसे बड़ा ग्रोथ सेंटर है सिलतरा निको रायपुर रिलायंस जैसे संयंत्र स्थापित है लेकिन स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं है ऐसे में उनकी जरूरत को समझते हुए युवा बेरोजगारों को रोजगार दिलाने का प्रयास पहली प्रार्थना के में करेंगे जिसमें कार्य शुरू कर दिया गया है इसके अलावा सड़क आवागमन के साधनों का विकास भी एक बड़ी जरूरत रही है इस क्षेत्र में शराब खोरी बढ़ गई है जिसे निश्चित तौर पर रोक लगाने के लिए अवैध शराब कोचिं पर पाबंदी लगाने का प्रयास रहेगा।

दिवंगत स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पिता मोटिवेशनल
गणेश शंकर मिश्रा ने इस पूरी बातचीत के दौरान अपने दिवंगत स्वतंत्रता संग्राम पिता पंडित लखन लाल मिश्रा को मोटिवेशनल कहा और कहा कि वर्ष 1957 में उनके पिता ने सोशलिस्ट पार्टी से चुनाव लड़ा था और आरंग विधानसभा क्षेत्र से चुनाव में जीत दर्ज की थी झोपड़ी छाप चुनाव चिन्ह जीतने वाले पिता के पद चिन्हों पर चलकर व्यक्तित्व को निकाला गया है और आज राजनीति में आने का एक बड़ा कारण उनके दिवंगत पिता का मोटिवेशनल पावर रहा है जो राजनीति में मिलता रहा और अन्य कार्यों में भी साथ में मिलता रहा है वे कहते हैं कि उनके पिता ने ब्रिटिश शासन काल में भी महात्मा गांधी को सैल्यूट कर अंग्रेजो के खिलाफ क्रांति की थी उस समय अंग्रेज शासन काल में पुलिस अधिकारी थे।

चुनौती

प्रतिद्वंदिता की चर्चा के साथ गणेश शंकर मिश्रा ने कहा है की वर्तमान विधायक का स्थानीय तौर पर अब तक कोई विशेष प्रभाव नहीं दिखाई पड़ता है लेकिन राजनीति में प्रतिद्वंदिता के लिए कोई भी व्यक्तित्व सामने आ सकता है और हराजनीति में भौतिक तत्वों का अधिक बोलबाला…आम मतदाता में जागरूकता आई अप चुनाव चिन्ह की जगह मुद्दों पर करते हैं वोटर उस व्यक्तित्व की चुनौती को स्वीकार्यता देंगे

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