सुरक्षा मामलों को लेकर मोदी सरकार का बड़ा फैसला, वायु सेना के खेमें में शामिल होगा 56 मालवाहक विमान, 46 का भारत में ही होगा निर्माण
नई दिल्लीः मोदी सरकार ने सुरक्षा मामलों को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित कैबिनेट में वायु सेना के लिए 56 मालवाहक विमान खरीदने का निर्णय लिया गया है. ये जहाज स्पेन से खरीदे जाएंगे. इनमें शामिल 16 विमान उडने के लिए तैयार रहेगी. जबकि अन्य विमानों का निर्माण भारत देश में ही किया जाएगा. अत्याधुनिक विमान वायुसेना के बेड़े में पुराने पड़ चुके हैं एवं मालवाहक विमानों की जगह लेंगे.
पांच से 10 टन की क्षमता वाले ये विमान अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी पर आधारित होंगे तथा इनमें देश में ही विकसित इलेक्ट्रॉनिक वार फेयर प्रणाली लगाई जाएगी. सरकार का कहना है कि इससे रक्षा क्षेत्र में स्वदेशी निर्माण को बढ़ावा मिलेगा और उसकी मेक इन इंडिया जैसी महत्वकांक्षी योजना को भी बल मिलेगा. सी 259 एम डब्ल्यू नाम के ये मालवाहक विमान स्पेन की मेसर्स एयर बस डिफेंस एंड स्पेस कंपनी से खरीदे जाएंगे. यह कंपनी अनुबंध पर हस्ताक्षर होने के चार वर्षों में उड़ने की हालत में तैयार 16 विमानों की आपूर्ति करेगी जबकि बाकी 40 विमान देश मे ही टाटा कंसोटिर्यम द्वारा दस वर्षों में बनाए जाएंगे.
यह अपनी तरह का पहला प्रोजेक्ट है जिसमें देश की निजी कंपनी द्वारा सैन्य विमान बनाए जाएंगे. इन विमानों को बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले कलपुर्जे भी देश की सूक्ष्म और लघु तथा मध्यम इकाइयों द्वारा बनाए जाएंगे. विमानों के पिछले हिस्से में एक रैंप होगा जिससे छताधारी सैनिक और समान को तेजी और आसानी से उतारा जा सकता है. इस परियोजना से सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान को मजबूती मिलेगी और देश में रोजगार के प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष अवसर बढ़ेंगे. साथ ही रक्षा क्षेत्र में आयात पर निर्भरता में भी कमी आएगी.
इससे पहले रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने पर जोर देते हुए एयर चीफ मार्शल भदौरिया ने कहा कि भारतीय वायुसेना अगले दो दशकों में देश से ही लगभग 350 विमान खरीदने पर विचार कर रही है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह एक मोटा-मोटा अनुमान है. वायुसेना प्रमुख ने कहा कि तेजस हल्के लड़ाकू विमान परियोजना ने भारत में एयरोस्पेस उद्योग में भरोसा पैदा किया है और यह भी विश्वास जगाया है कि इसके और विकसित होने की असीम संभावनाएं हैं.