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MID AIR COLLISION : एक पायलट शहीद, क्या हवा में टकराएं लड़ाकू विमान, हादसे के 10 बड़े अपडेट

MID AIR COLLISION: A pilot martyred, will fighter aircraft collide in the air, 10 big updates of the accident

डेस्क। भारतीय वायुसेना के दो लड़ाकू विमान मध्य प्रदेश के मुरैना के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं. इनमें एक विमान सुखोई-30 है, जबकि दूसरा विमान मिराज-2000 है. मामले में भारतीय वायु सेना की तरफ से बयान सामने आया है. हादसे में शामिल तीन पायलटों में से एक पायलट शहीद हो गया. वहीं, दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं.

दरअसल, मुरैना के पास पहाड़गढ़ विकासखंड में जंगल के ऊपर हवा में दोनों विमान टकरा गए थे और उनमें आग लग गई. राहत व बचाव का काम जारी है. विमानों में मौजूद सभी पायलटों को अस्पताल ले जाया गया. इस हादसे में विमान को उड़ा रहे एक पायलट शहीद हो गए, जबकि दो पायलटों को सुरक्षित बचाया गया है.

हादसे के 10 बड़े अपडेट

01. मामले में वायुसेना का कहना है कि कोर्ट ऑफ इंकवायरी से साफ हो पाएगा कि दुर्घटना कैसे हुई. हालांकि, ये अब लगभग साफ हो गया है कि मुरैना के आसमान में ही दोनों लड़ाकू विमान आपस में टकराए यानि मिड-एयर कोलिजन (Mid-Air Collision) का शिकार हुए.

02. मुरैना विमान हादसे में एक पायलट की मौत हो गई. मुरैना के एसपी आशुतोष बागरी ने बताया कि आज सुबह 2 विमान मिराज और सुखोई ग्वालियर से उड़े थे, एक विमान में दो पायलट और दूसरे में एक पायलट था. हादसे में अब तक एक पायलट की मौत हो गई है और दो का इलाज जारी है.

03. ग्वालियर बेस से इन विमानों को प्रशिक्षण के लिए उड़ाया गया था. दोनों ही विमान रुटीन उड़ान पर थे. फिलहाल एक्सपर्ट्स की तरफ से कहा जा रहा है कि तकनीकी खामी और पायलटों में अनुभव की कमी के कारण यह हादसा हुआ है.

04. कुछ चश्मदीदों के मुताबिक आसमान में आग लगते हुए तेज स्पीड से दोनों विमान जमीन की ओर आते देखे गए. एक्सपर्ट्स के मुताबिक अभ्यास के बाद प्लेन अपनी पूरी स्पीड में होते हैं. ऐसे में संभावना होती है कि विंग्स के टकराने से भी बड़ा हादसा हो सकता है क्योंकि स्पीड पर काबू करना मुश्किल हो जाता है.

05. हादसे में शामिल सुखोई-30 विमान में 2 पायलट सवार थे, जिन्होंने समय रहते पैराशूट की इस्तेमाल कर जेट से छलांग लगा दी. यही वजह है कि दोनों की जान बच सकी.

06. हादसे में शामिल दूसरे विमान मिराज 2000 के पायलट को गंभीर चोटें आई. पहले ही डॉक्टर उनका इलाज कर पाते वे शहीद हो गए .हादसा लगभग सुबह करीब 9:55 बजे हुआ था.

07. हादसे के बाद से ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लगातार मामले की सभी जानकारी CDS से ले रहे हैं. सीएम शिवराज ने भी ट्वीट कर हर संभव मदद की बात कही है.

08. एक्सपर्ट्स कहा कहना है कि सुखोई ने मिराज को टक्कर मारी हो सकती है. फिर सुखोई के पायलट्स ने अपने विमान को बचाने की कोशिश की होगी. बचा नहीं पाने पर इजेक्ट कर लिया होगा जिससे सुखोई भरतपुर तक पहुंच गया.

9. राजस्थान में भरतपुर के डीएसपी अजय शर्मा ने बताया कि उन्हें सुबह 10 से सवा 10 बजे के करीब प्लेन क्रैश होने की सूचना मिली थी. मौके पर आने पर पता चला कि यह एयर फोर्स का फाइटर जेट है.

10. दोनों विमानों को एयरफोर्स की ताकत कहा जाता है. ऐसे में दोनों के एक साथ क्रैश होने से हर कोई हैरान है. हालांकि, इसके असल कारणों का पता अब जांच के बाद ही चल सकेगा.

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FIGHTER PLANE CRASH BREAKING: Two fighter aircraft Sukhoi-30 and Mirage 2000 crash, big accident during exercise

मध्य प्रदेश के मुरैना में शनिवार सुबह बड़ा हादसा हो गया. जिसमें एयरफोर्स के दो लड़ाकू विमान सुखोई-30 और मिराज 2000 दुर्घटनाग्रस्त हो गए. सूचना मिलते ही मौके पर राहत बचाव दल पहुंच गया है और आगे की कार्रवाई में जुट गया है. रक्षा सूत्रों के मुताबिक दोनों विमानों ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर एयरबेस से उड़ान भरी थी, जहां अभ्यास चल रहा था. रक्षा मंत्री ने एयरफोर्स चीफ से इस हादसे को लेकर बातचीत की है.

बातचीत में मुरैना के कलेक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि जेट विमान सुबह साढ़े पांच बजे दुर्घटनाग्रस्त हुए थे. दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए. हादसे के बाद वायुसेना ने मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी बैठा दी है. जो यह देखेगी कि क्या दोनों विमान आपस में टक्कर से दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं या फिर किसी और कारण से. जानकारी के मुताबिक दुर्घटना के दौरान सुखोई 30 में 2 पायलट थे जबकि मिराज 2000 में एक पायलट था. बताया जा रहा है कि 2 पायलट सुरक्षित हैं जबकि एयरफोर्स का एक हेलिकॉप्टर तीसरे पायलट की लोकेशन पर पहुंच रहा है.

बता दें कि मिराज 2000 फाइटर जेट्स को उड़ाने के लिए सिर्फ एक पायलट की जरूरत होती है. इस जेट की लंबाई 47.1 फीट होती है. विंगस्पैन 29.11 फीट होती है. ऊंचाई 17.1 फीट होती है. हथियारों और ईंधन के साथ इसका वजन 13,800 किलोग्राम हो जाता है. वैसे यह 7500 किलोग्राम वजन का है. 26 फरवरी 2019 को 12 मिराज 2000 फाइटर जेट्स ने ही पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद की आतंकी ट्रेनिंग कैंप को ध्वस्त किया था.

वहीं सुखोई 30 की बात करें तो इसकी लंबाई 72 फीट है. विंगस्पैन 48.3 फीट है. ऊंचाई 20.10 फीट है. इसका वजन 18,400 KG है. इसमें लीयुल्का एल-31एफपी आफ्टरबर्निंग टर्बोफैन इंजन लगे हैं, जो उसे 123 किलोन्यूटन की ताकत देता है. इस इंजन और अपनी एयरोडायनेमिक बनावट की बदौलत फाइटर जेट 2120 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से उड़ता है. इसकी रेंज भी 3000 किलोमीटर है. बीच रास्ते में ईंधन मिल जाए तो यह 8000 किलोमीटर तक जा सकता है. यह करीब 57 हजार फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है.

प्लेन क्रेश पर CM शिवराज ने किया ट्वीट –

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने लिखा, “मुरैना के कोलारस के पास वायुसेना के सुखोई-30 और मिराज-2000 विमानों के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर अत्यंत दुखद है. मैंने स्थानीय प्रशासन को त्वरित बचाव एवं राहत कार्य में वायुसेना के सहयोग के निर्देश दिए हैं. विमानों के पायलट के सुरक्षित होने की ईश्वर से कामना करता हूं.”

भरतपुर में एयरक्राफ्ट क्रैश –

इससे कुछ देर पहले ही यूपी के आगरा से उड़ान भरने वाला एक एयरक्राफ्ट राजस्थान के भरतपुर जिले के उच्छैन क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. गनीमत रही है कि रिहाइशी इलाके में ये एयरक्राफ्ट क्रैश नहीं हुआ. डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि भरतपुर में एक चार्टेड एयरक्राफ्ट क्रैश हो गया. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं.

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