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स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा- कोरोना से मौतों की वास्तविकता सामने लाने के लिए नए सिरे से ऑडिट होगा

रायपुर : कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत को लेकर पूरे देश में छिड़ी बहस के बीच छत्तीसगढ़ ने प्रदेश में हुई मौतों का नए सिरे से ऑडिट कराने का फैसला किया है। राज्य सरकार 1 मार्च के बाद हुई मौतों को लेकर नये सिरे से ऑडिट कराएगी। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने मीडिया से चर्चा में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य डॉ. आलोक शुक्ला को निर्देश दिया है कि मौत की नए सिरे से ऑडिट की जाये, ताकि वास्तविकता देश के सामने आ सके। साथ ही केंद्र भी इसी तरह का ऑडिट कराए।

सिंहदेव ने केंद्र को सलाह दी है कि आईसीएमआर के पोर्टल में कुछ बदलाव किया जाए ताकि भविष्य की तैयारियों के मद्देनजर महत्वपूर्ण डाटा का उपयोग किया जा सके। बता दें कि छत्तीसगढ़ में बीते 14 महीनों के दौरान कोरोना से 13506 लोगों की मौत हुई। इनमें से कितनों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई, इसके आंकड़े नहीं बताए गए हैं।स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने भोपाल में मीडिया से बातचीत में बताया है कि कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी की सच्चाई पूरे देश ने देखी। उन्होंने कहा कि कहीं ऑक्सीजन सरप्लस था, तो कई जगहों पर ऑक्सीजन की किल्लत थी।

छत्तीसगढ़ जैसे राज्य में ऑक्सीजन सरप्लस था, मौत की बात जो सामने आई है, उसे लेकर मैंने स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को कहा है कि मौत के आंकड़ों की नये सिरे से ऑडिट कराई जाए, ताकि वास्तविकता पूरे देश को पता चल सके। ये कहना तो पूरी तरह से गलत है कि देश में ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई होगी।सिंहदेव ने केंद्र के उस बयान को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें किसी राज्य ने ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौत की जानकारी नहीं दी। हैरान करने वाली बत यह है कि केंद्र ने किसी राज्य से इस संबंध में कोई आंकड़े नहीं मांगे थे।केंद्र एक दिन में मरने वाले, कोमॉरेडिटी के साथ मौत और बिना कोमॉरेडिटी से मौत जैसे डेटा मांगते रहे। टीएस ने कहा कि इस नए ऑडिट में इस बात का पता लगाएंगे कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से को किसी की मौत नहीं हुई।

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