
जगदलपुर। बस्तर रेल आंदोलन के सदस्यों ने बस्तर के सीमावर्ती पड़ोसी प्रदेश उड़ीसा के मलकानगिरी में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधि मंडल ने बस्तर में रेल सुविधाओं के विस्तार की लगातार हो रही अनदेखी के सम्बंध में चर्चा कर इसे शीघ्र पूर्ण करने के लिए कहा है। रेल मंत्री श्री वैष्णव ने बस्तर रेल आंदोलन के सदस्यों से यह भी पूछा कि अरबों रुपए लौह अयस्क की ढुलाई से मिलने के बावजूद वहां के विकास में विभाग पीछे क्यों है? तब उन्होंने इस संबंध में पूरी जानकारी लेकर कार्यवाही की बात कही। बस्तर रेल आंदोलन के सदस्यों द्वारा रेल मंत्री से बस्तर आकर वास्तविक स्थिति से अवगत होने का निवेदन करने पर उन्होंने कहा कि जल्द ही वे बस्तर आएंगे।
बस्तर रेल आंदोलन के सदस्यों ने जब दल्ली राजहरा-जगदलपुर रेल मार्ग की बात उठाई तो रेल मंत्री ने कहा कि इस लाइन का काम तो स्वीकृत है, तब उन्हें यह बताया गया कि इस लाइन हेतु 96-97 से स्वीकृत होने के बावजूद काम नहीं हुआ, फिर 2007 में पुन: स्वीकृति के बावजूद काम नहीं हुआ, फिर 2015 में प्रधानमंत्री की घोषणा के बावजूद अब तक काम नहीं हुआ है। जबकि बस्तरवासियों की यह कई दशकों पुरानी मांग है। ये सब बताए जाने पर उन्होंने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों से पूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाने को कहा। इस दौरान बस्तर रेल आंदोलन के दशरथ कश्यप, मनीष शर्मा, किशोर पारख, संपत झा, रोहित बैस, किशोर दुग्गड, भंवर बोथरा, श्याम सोमानी, विमल बोथरा, सुनील दंडवानी शामिल थे।