LOTTERY KING SANTIAGO MARTIN : ED का बड़ा एक्शन, लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन के ठिकानों पर छापेमारी

LOTTERY KING SANTIAGO MARTIN: Big action by ED, raid on the premises of Lottery King Santiago Martin
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को चेन्नई के ‘लॉटरी किंग’ सैंटियागो मार्टिन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की. देश के कई राज्यों में उसके ठिकानों पर नए सिरे से छापेमारी की कार्रवाई को अंजाम दिया गया. मार्टिन राजनीतिक दलों को 1,300 करोड़ रुपये से अधिक के चुनावी बॉन्ड के साथ चंदा देने वाला सबसे बड़ा दानकर्ता है. उसके खिलाफ यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के तहत की गई है.
दरअसल, ईडी ने यह छापेमारी हाल ही में मद्रास उच्च न्यायालय से मार्टिन के खिलाफ कार्रवाई करने की अनुमति मिलने के बाद की. क्योंकि तमिलनाडु पुलिस ने उसके और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिक एफआईआर को बंद करने का फैसला किया था और निचली अदालत ने पुलिस की इस याचिका को स्वीकार कर लिया था.
पीटीआई के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि मार्टिन, उसके दामाद आधव अर्जुन और तमिलनाडु के चेन्नई और कोयंबटूर, हरियाणा के फरीदाबाद, पंजाब के लुधियाना और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में उनके सहयोगियों से जुड़े कम से कम 20 परिसरों की तलाशी ली गई. और उनके व्यापारिक साम्राज्य के खिलाफ व्यापक एक्शन लिया जा रहा है.
लॉटरी धोखाधड़ी और लॉटरी की अवैध बिक्री के लिए मार्टिन और उनके व्यापारिक नेटवर्क के खिलाफ नवीनतम कार्रवाई शुरू करने के लिए ईडी ने पुलिस की कई एफआईआर को संज्ञान में लिया है. एजेंसी ने पहले भी उनकी तलाशी ली थी. संघीय एजेंसी ने पिछले साल मार्टिन के खिलाफ केरल में राज्य लॉटरी की धोखाधड़ी से बिक्री करके सिक्किम सरकार को 900 करोड़ रुपये से अधिक के कथित नुकसान पहुंचान के एक मामले में टारगेट पर लिया और उसकी लगभग 457 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी.
फ्यूचर गेमिंग सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड सिक्किम लॉटरी का मुख्य वितरक है और ईडी 2019 से तमिलनाडु में ‘लॉटरी किंग’ के रूप में जाने जाने वाले मार्टिन की जांच कर रहा है. हाल ही में मार्टिन तब चर्चा में आए जब चुनाव आयोग के आंकड़ों के माध्यम से यह पता चला कि उनकी कंपनी (फ्यूचर गेमिंग) 2019 और 2024 के बीच राजनीतिक दलों को दान देने के लिए 1,300 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के चुनावी बॉन्ड की सबसे बड़ी खरीदार थी.
मद्रास उच्च न्यायालय ने पिछले महीने मार्टिन और उनसे जुड़े लोगों के खिलाफ ईडी के मामले को जारी रखने की अनुमति दी थी, क्योंकि उसने निचली अदालत के आदेश को खारिज कर दिया था, जिसने चेन्नई पुलिस की अपराध शाखा द्वारा उनके चेन्नई स्थित घर से बेहिसाबी 7.2 करोड़ रुपये की जब्ती से संबंधित मामले में दायर क्लोजर रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया था.
उनकी अन्य कंपनियों में मार्टिन बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड और डेसन लैंड एंड डेवलपमेंट प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं. ईडी ने पहले कहा था कि इन फर्मों ने मार्टिन और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा दिए गए ऋण और अग्रिम राशि से 19.59 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति अर्जित की है.