Jolly LLB 3: विवादों में घिरी अक्षय कुमार की ‘जॉली एलएलबी-3’, 101 वकीलों ने दायर की याचिका
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जयपुर। फिल्म ‘जॉली एलएलबी-3’ की राजस्थान के अजमेर में हो रही शूटिंग विवादों में आ गई है। अजमेर जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रभान राठौड़ ने सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट, अजमेर के समक्ष एक परिवाद दायर किया है। परिवाद में न्यायाधीश और वकीलों की छवि खराब करने, नियम विरूद्ध फिल्म की शूटिंग करने और आपत्तिजनक डायलॉग्स को लेकर शिकायत दी गई है।
इस मामले में कल होगी सुनवाई
न्यायाधीश यश बिश्नोई इस मामले की मंगलवार को सुनवाई करेगा। 101 वकील मामले की पैरवी करेंगे। राठौड़ ने कहा, “हमने इसमें छह लोगों के खिलाफ शिकायत दी है, जिसमें बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार, अभिनेता अरशद वारसी, फिल्म निर्माता-निर्देशक सुभाष कपूर, अजमेर डीआरएम (मंडल रेल प्रबंधक) महाप्रबंधक राजीव धनखड़, अजमेर जिला कलेक्टर भारती दीक्षित और सिविल लाइंस पुलिस थाना अधिकारी छोटू लाल है।
29 अप्रैल को शुरू हुई शूटिंग
फिल्म की शूटिंग 29 अप्रैल को डीआरएम कार्यालय में शुरू हुई थी, इसमें अरशद वारसी से संबंधित दृश्य फिल्माए गए थे। दो मई के बाद से डीआरएम कार्यालय परिसर में आम जनता का प्रवेश बंद कर दिया गया। यह न्याय संगत नहीं है, यदि कोई सार्वजनिक स्थल पर आवश्यक कार्य से आ भी रहा है तो शूटिंग के दौरान खड़े सुरक्षाकर्मी और बाउंसर अभद्र व्यवहार करते हैं। शूटिंग के लिए कार्यालय पर दिल्ली न्यायालय का बोर्ड लगाया गया है। इसके लिए केंद्र सरकार की बिना अनुमति लिए ही 27 लाख रुपये के किराए पर कार्यालय दे दिया गया। फिल्म में न्यायालय की छवि धूमिल करने की कोई कसर नहीं छोड़ी गई। कई आपत्तिजनक डायलॉग भी थे।
राठौड़ ने परिवाद में कहा, “फिल्म की स्क्रिप्ट मंगवा कर आपत्तिजनक कंटेट हटवा दिए जाएं। फिल्म की शूटिंग 13 मई तक होनी है। उधर, डीआरएम कार्यालय के महाप्रबंधक धनखड़ ने कहा, “फिल्म निर्माता ने दिल्ली मुख्यालय से रेलवे की गाइडलाइन के अनुसार अनुमति ली है। उनके द्वारा डिमांड ड्राफ्ट दिया गया है। इससे रेलवे को 27 लाख रुपये की आय होगी।