JNANPITH AWARD 2025 : हिन्दी के प्रख्यात साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल को ज्ञानपीठ पुरस्कार

JNANPITH AWARD 2025 : Jnanpith Award to renowned Hindi litterateur Vinod Kumar Shukla
रायपुर, 22 मार्च। JNANPITH AWARD 2025 हिन्दी साहित्य के सुप्रसिद्ध कवि और उपन्यासकार विनोद कुमार शुक्ल को इस वर्ष का ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। शनिवार को दिल्ली में इसकी आधिकारिक घोषणा की गई।
JNANPITH AWARD 2025 राजनांदगांव में जन्मे और रायपुर के कृषि विश्वविद्यालय परिसर में रहने वाले विनोद कुमार शुक्ल बीते 50 वर्षों से साहित्य सृजन में सक्रिय हैं। उनके चर्चित उपन्यास नौकर की कमीज, खिलेगा तो देखेंगे और दीवार में एक खिड़की रहती थी हिन्दी के बेहतरीन उपन्यासों में गिने जाते हैं। वहीं, पेड़ पर कमरा और महाविद्यालय जैसे कहानी संग्रह भी लोकप्रिय रहे हैं। उनका पहला कविता संग्रह ‘लगभग जय हिंद’ वर्ष 1971 में प्रकाशित हुआ था।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी मिली पहचान
JNANPITH AWARD 2025 विनोद कुमार शुक्ल की किताबों का अनुवाद कई भाषाओं में हो चुका है। हाल ही में उन्हें पेन अमेरिका ने ‘नाबोकोव अवॉर्ड’ से सम्मानित किया, जिसे पाने वाले वे एशिया के पहले साहित्यकार बने।
कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से हो चुके हैं सम्मानित
JNANPITH AWARD 2025 ज्ञानपीठ सम्मान से पहले भी उन्हें गजानन माधव मुक्तिबोध फेलोशिप, रजा पुरस्कार, वीरसिंह देव पुरस्कार, सृजन भारतीय सम्मान, रघुवीर सहाय स्मृति पुरस्कार, दयावती मोदी कवि शिखर सम्मान, भवानी प्रसाद मिश्र पुरस्कार, मैथिलीशरण गुप्त सम्मान और पं. सुंदरलाल शर्मा सम्मान जैसे प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजा जा चुका है।
JNANPITH AWARD 2025 उनके प्रसिद्ध उपन्यास ‘नौकर की कमीज’ पर एक फिल्म भी बन चुकी है। साहित्य जगत में उनके योगदान को देखते हुए उन्हें ज्ञानपीठ पुरस्कार दिया जाना हिन्दी साहित्य के लिए गौरव का क्षण है।