BHARATMALA SCAM INVESTIGATIN : भारतमाला प्रोजेक्ट में 43 करोड़ का घोटाला! ईओडब्ल्यू ने शुरू की जांच, प्रभावशाली लोगों की भूमिका पर नजर

BHARATMALA SCAM INVESTIGATIN : 43 crore scam in Bharatmala project! EOW started investigation, keeping an eye on the role of influential people
रायपुर, 6 अप्रैल 2025। BHARATMALA SCAM INVESTIGATIN छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित भारतमाला परियोजना में हुए 43 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार की जांच अब आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने अपने हाथ में ले ली है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस मामले की जांच ईओडब्ल्यू को सौंपने का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
BHARATMALA SCAM INVESTIGATIN सूत्रों के अनुसार, ईओडब्ल्यू फिलहाल इस घोटाले से संबंधित जानकारियां बेहद गोपनीय तरीके से जुटा रही है। फाइलों और दस्तावेजों की जांच के साथ ही इस भ्रष्टाचार में शामिल लोगों की भूमिका के इनपुट एकत्र किए जा रहे हैं।
BHARATMALA SCAM INVESTIGATIN जांच एजेंसी के अनुसार, जैसे ही पर्याप्त साक्ष्य जुट जाएंगे, छापेमारी, पूछताछ और एफआईआर की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके साथ ही आरोपियों की गिरफ्तारी और अभियोजन की प्रक्रिया के लिए राज्य और केंद्र सरकार से स्वीकृति ली जाएगी।
क्या है मामला?
BHARATMALA SCAM INVESTIGATIN भारतमाला परियोजना के तहत रायपुर से विशाखापट्टनम तक इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के लिए किए गए ज़मीन अधिग्रहण में करीब 43 करोड़ रुपए की गड़बड़ी उजागर हुई थी। शिकायतों के आधार पर जगदलपुर नगर निगम कमिश्नर और एक डिप्टी कलेक्टर को सस्पेंड भी किया गया है।
जांच में यह भी सामने आया है कि ज़मीन को टुकड़ों में बांटकर एनएचएआई को 78 करोड़ रुपए का भुगतान दर्शाया गया, जो भारी वित्तीय अनियमितता की ओर इशारा करता है।
प्रभावशाली लोग भी शामिल?
BHARATMALA SCAM INVESTIGATIN सूत्रों का दावा है कि इस पूरे प्रकरण में कई प्रभावशाली और रसूखदार लोगों की भूमिका सामने आई है। ईओडब्ल्यू अब बेहद सावधानी और गोपनीयता के साथ हर पहलू की जांच कर रही है, ताकि किसी भी दबाव के बिना निष्पक्ष कार्रवाई की जा सके।
जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी, इसमें शामिल अधिकारियों और प्रभावशाली लोगों की पहचान भी सामने आने की उम्मीद है।