गोल्डमैन सैक्स का अनुमान, 92 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती हैं कच्चे तेल की कीमतें

गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि सबसे खराब स्थिति में कच्चे तेल की कीमतें 92 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती हैं. यह अनुमान एक रिपोर्ट में दिया गया है, जिसमें तेल की कीमतों में गिरावट की आशंका जताई गई है. हालांकि, यह उनका “बुरा से बुरा” अनुमान है, और उनका बेस केस परिदृश्य कुछ अलग है.
सबसे खराब स्थिति:
गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि अगर वैश्विक मंदी और OPEC+ की ढील साथ-साथ होती है, तो तेल की कीमतें 40 डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे जा सकती हैं. तेल की कीमतों में गिरावट की आशंका के पीछे व्यापार युद्ध और आपूर्ति में वृद्धि जैसे कारक हैं.
भारत पर प्रभाव:
भारत जैसे देशों के लिए, तेल की कीमतों में गिरावट राहत की खबर हो सकती है, लेकिन वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए यह खतरे की घंटी भी है. कुछ अन्य विश्लेषकों का अनुमान है कि तेल की कीमतें 50 डॉलर प्रति बैरल से नीचे जा सकती हैं, खासकर कमजोर मांग वृद्धि के कारण. संक्षेप में, गोल्डमैन सैक्स का सबसे खराब अनुमान 92 डॉलर प्रति बैरल है, लेकिन उनका बेस केस परिदृश्य कुछ अलग है, और कुछ अन्य विश्लेषकों का मानना है कि कीमतें और भी कम हो सकती हैं.