प्रधानमंत्री मोदी को मिले तोहफों की नीलामी 17 से, ये चीजें होंगीं शामिल…
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बीते साल मिले तोहफों की नीलामी 17 से सितंबर से 2 अक्तूबर गांधी जयंती तक होने वाली है। इस दौरान 1200 वस्तुओं की नीलामी होगी। इन तोहफों के विवरण से लेकर उनकी कीमत तक सारा ब्योरा ऑनलाइन उपलब्ध रहेगा। इनका आरक्षित मूल्य भी तय किया जा रहा है। यह 100 रुपये से लेकर लाखों रुपये तक होगा।
पीएम नरेंद्र मोदी को भेंट में मिली वस्तुओं की यह चौथी नीलामी है। इल 1200 वस्तुओं में से 300 को नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट में प्रदर्शित किया जा चुका है। इस नीलामी से मिलने वाली राशि ‘नमामि गंगे’ कार्यक्रम पर खर्च की जाएगी। नमामि गंगे जून 2014 में मोदी सरकार द्वारा शुरू किया गया एक एकीकृत संरक्षण और कायाकल्प कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य व्यापक नदी बेसिन दृष्टिकोण को अपनाकर गंगा नदी के प्रदूषण को कम करना है।
मधुबनी पेंटिंग से लेकर शतरंज के सेट तक
पीएम नरेंद्र मोदी को मिले जिन तोहफों की नीलामी हो रही है, उनमें एक मधुबनी पेंटिंग से लेकर हाल ही में चेन्नई शतरंज ओलंपियाड के दौरान भेंट किया गया एक शतरंज सेट शामिल है। यह मधुबनी पेंटिंग इसलिए खास है, क्योंकि इसमें कोरोना काल के दर्दं और महामारी के खिलाफ टीकाकरण को उकेरा गया है। पीएम मोदी को मिले तोहफों और स्मृति चिन्हों की यह चौथी नीलामी है। इसमें पैरालिंपियन और राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले एथलीटों के खेल उपकरण भी शामिल हैं।
100 रुपये है इस तस्वीर का मूल्य
पीएम के नीलाम हो रहे तोहफों में सबसे कम कीमत भगवान गणेश की एक तस्वीर है। इसका आरक्षित मूल्य 100 रुपये रखा गया है। आरक्षित मूल्य यानी न्यूनतम कीमत है, कोई इसे नीलामी में बोली लगाकर इससे ज्यादा कितने भी रुपयों में खरीदकर गंगा संरक्षण के सरकार के प्रयासों में सहभागी बन सकता है। गणेशजी की तस्वीर कर्नाटक के श्री वेनायक देवारू मंदिर ने पीएम को भेंट की थी। इसके अलावा राष्ट्रकुल खेल 2022 में स्वर्ण पदक विजेता भावना पटेल के हस्ताक्षर से युक्त टेबल टेनिस रैकेट भी है। इसका आरक्षित मूल्य पांच लाख रुपये रखा गया है। पीएम के तोहफों में मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों से प्राप्त उपहार भी हैं।
1.5 करोड़ में नीलाम हुआ था नीरज चोपड़ा का भाला
पिछले साल हुई नीलामी में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा का भाला 1.5 करोड़ रुपये में बिका था। गत वर्ष तीन चरणों में नीलामी हुई थी। तब 1300 से अधिक वस्तुओं की नीलामी से 16 करोड़ से अधिक मिले थे। यह सारी राशि भी नमामि गंगे के लिए दी गई थी।