जोहान्सबर्ग। जी20 समिट में मोदी ने ड्रग्स की तस्करी और आतंकवाद के नापाक रिश्ते पर खुलकर बात की। उन्होंने G20 Initiative on Countering the Drug-Terror Nexus नाम से एक नया अभियान शुरू करने का सुझाव दिया। मोदी ने कहा कि फेंटेनिल जैसे खतरनाक ड्रग्स सिर्फ सेहत के लिए ही नहीं, पूरी दुनिया की सुरक्षा के लिए खतरा हैं।
मोदी जी ने ये भी कहा कि ड्रग्स से जो पैसा आता है, वो आतंकवाद को बढ़ावा देने में इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि इससे निपटने के लिए सभी देशों एकजुट होकर काम करना होगा। अलग-अलग देश कुछ नहीं कर पाएंगे, इसके लिए मिलकर एक प्लान बनाना होगा।
समिट में मोदी जी ने तीन खास बातें कहीं:
1.ड्रग्स और आतंकवाद के गठजोड़ के खिलाफ दुनिया भर में अभियान चलाओ।
2.अगले 10 सालों में अफ्रीका के दस लाख युवाओं को ट्रेनिंग देने के लिए ‘G20 Africa Skills Multiplier Initiative’ चलाओ।
3.दुनिया के पुराने ज्ञान को बचाने के लिए ‘Global Traditional Knowledge Repository’ बनाओ।
मोदी जी ने कहा कि अफ्रीका में पढ़े-लिखे और काम करने वाले लोग तैयार करना पूरी दुनिया के लिए अच्छा है। ट्रेन-द-ट्रेनर्स तरीके से 10 लाख लोगों को ट्रेनिंग दी जा सकती है, जो आगे करोड़ों युवाओं को सिखाएंगे।
ड्रग्स और आतंकवाद का बढ़ता रिश्ता
मोदी जी ने कहा कि ड्रग्स का कारोबार बहुत तेजी से बढ़ रहा है, और इससे मिलने वाला पैसा दूसरे देशों में आतंकवाद फैलाने में मदद कर रहा है। भारत ने ये बात कई बार दुनिया के सामने रखी है। 2023 में दिल्ली में हुई जी20 समिट में भी आतंकवाद के खिलाफ एकदम सख्त रवैया अपनाने की बात कही गई थी।
पुरानी जानकारी को बचाने की पहल
मोदी जी ने कहा कि दुनियाभर की पुरानी परंपराओं में प्रकृति, समाज और संस्कृति से जुड़ी बहुत खास चीजें हैं। इन्हें बचाकर दुनिया के साथ बांटना चाहिए।समिट में मोदी जी के सुझावों की सबने तारीफ की है, और उम्मीद है कि साउथ अफ्रीका की अगुवाई में इसे जल्द ही लागू किया जाएगा।
