ज़िला प्रशासन ने आंदोलन पश्चात् पहली बार समझा ग्रामीणों का दर्द, विद्युत विहीन गांव में रोशनी जगमगाने शुरु हुई कवायद

मैनपुर। बुनियादी मांगो को लेकर अनेक बार राजापड़ाव क्षेत्रवासियों ने सैद्धांतिक तरीके से धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज़ उठाई पर हर बार उनकी आवाज़ को अनसुना कर दिया गया। अभी हाल ही एक बार फिर जब इस क्षेत्र के नागरिकों ने अपने मूलभूत मांगो को लेकर अपनी आवाज़ बुलंद किया तो पहली बार ज़िला प्रशासन ने उनके दर्द को महसूस किया और उस दर्द को मिटाने की दिशा कदम भी बढ़ाया।
राजापड़ाव क्षेत्र में ज़िला प्रशासन ने जगह-जगह शिविर लगाते हुए ना केवल लोगों की समस्या को गंभीरता से सुना और हल करने का प्रयास किया अपितु ग्रामीणों को समुचित स्वास्थ्य सुविधा मिले इसके लिए पहली बार राजापड़ाव क्षेत्र में स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का शुभारंभ करते हुए अस्पताल में चिकित्सक की तैनाती भी किया। आंदोलन के पश्चात जब ज़िला प्रशासन ने ग्रामीणों को उनकी मूलभूत सुविधाओं व अन्य समस्याओं के समाधान किए जाने का आश्वासन दिया तो सभी को लगा था इस बार भी हमें आश्वासन से ही संतुष्ट होकर रहना पड़ेगा एक तरह से प्रशासन पर से ग्रामीणों का भरोसा ही उठ गया था पर जिस तरह से गरियाबंद कलेक्टर ने ग्रामीणों की मांगो को गंभीरता से लेते हुए लगातार शिविर आयोजित कर समस्याओं के निराकरण की दिशा मे कदम उठाया उसके बाद ग्रामीणों का जो भरोसा प्रशासन और सरकार से डगमगा गया था वह एक बार फिर कायम हो पाया हैं।
ज़िला प्रशासन ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं मिले इसके लिए कितना गंभीर है यह इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि आजादी के बाद से अब तक जिन गांव के ग्रामीण अंधियारे में अपना जीवन बसर कर अपने आप को देश दुनियां से कटा हुआ मानते थे उन गांव में उजियारा लाने प्रशासन द्वारा राजापड़ाव क्षेत्र में विद्युतीकरण करने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरु कर दिए जाने से ग्रामीणों में एक उम्मीद जाग उठी है कि बिजली नहीं होने के कारण जिन परेशानी से वें जूझ रहे थे उससे उन्हें जल्द ही निजाद मिल जाएगा वहीं ग्रामीण विधार्थी के आंखो में भी बिजली की रोशनी में विद्या अध्यन कर पाने की एक उम्मीद जगमगाने लगी है।
राजापडा़व क्षेत्र मे 5 पंचायतों के लिए बिजली लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया की शुरुआत हो गई है। 13 गाँव के लिए 6 करोड़ 36 लाख 27 हजार 193 रुपये की स्वीकृति मिली है। छत्तीसगढ़ क्राइम्स समाचार पत्र ने जब ग्रामीणों से चर्चा किया तो उनका कहना था कि हम लोग तो यह उम्मीद ही खो बैठे थे की कभी इस क्षेत्र की दिशा और दशा भी सुधरेगी और हमारी समस्याओं के समाधान की दिशा में कोई पहल भी होगी।
उनका कहना था यह सब ज़िला प्रशासन में बैठे कर्तव्य निष्ठ शीर्ष अधिकारियों के धीर गंभीर सोच और कार्य शैली का परिणाम ही है जो आज इस क्षेत्र की सुधि ली जा रही हैं। राजापड़ाव क्षेत्रवासियों ने प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल, जिले के कलेक्टर,एसडीएम मैनपुर ,वरिष्ठ कांग्रेसी जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम सहित इस नेक कार्य में सकारात्मक सहयोग मार्गदर्शन के लिए मजदूर किसान संघर्ष समिति उदंती सीतानदी राजापड़ाव क्षेत्र के मुखियाओ को आभार संप्रेषित किया हैं।