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छत्तीसगढ़ में गांधी पर विवादित टिप्पणी से मचा बवाल, पुलिस ने जब्त की कार्यक्रम से जुड़ी सभी सीडी

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित धर्म संसद में महाराष्ट्र के संत कालीचरण की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ विवादित टिप्पणी और नाथूराम गोडसे की जय बोलने को लेकर सियासत गरम हो गई है। इस मामले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और पूर्व मेयर प्रमोद दुबे की शिकायत पर गत रात पुलिस ने केस दर्ज कर लिया था।

सोमवार को पुलिस ने धर्म संसद का वीडियो जब्त कर आयोजन समिति के चार सदस्यों से करीब डेढ़ घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान पुलिस ने आयोजन से जुड़े मुद्दे, संत कालीचरण को आमंत्रण सहित अन्य विषय जानकारी मांगी। उधर, महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार ने संत कालीचरण के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। साथ ही महाराष्ट्र विधानसभा में उनके इस वक्तव्य के खिलाफ मंत्री नवाब मलिक ने कार्रवाई करने का प्रस्ताव पेश किया है।

सतना रवाना होने से पहले स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट पर मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि समाज में जहर घोलने की जो कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। यह धरती शांति, प्रेम और भाईचारे की है। यहां उत्तेजक बातें और हिंसात्मक बातें बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मामले में विधि सम्मत कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि अभी तक भाजपा नेताओं की ओर से कोई बयान क्यों नहीं आया। वहीं, कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे ने संत कालीचरण की गिरफ्तारी और युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध हरितवाल ने आयोजकों पर एफआइआर दर्ज करने की मांग की है।

जिस भाषा का प्रयोग किया, उससे बचना चाहिए : नेता प्रतिपक्ष कौशिक

मुख्यमंत्री के आरोपों के बाद नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि धर्म संसद में किसी का नियंत्रण नहीं था। साधु-संत तो अपने मन की बात रखते हैं या आयोजन समिति ही विषयवस्तु का निर्धारण करती है। मगर जिस भाषा और शब्दों का प्रयोग किया गया है, उससे बचने की आवश्यकता है। हम भी महात्मा गांधी के अनुयायी हैं, जिनको जो बोलना है, वो बोलकर चले गए। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कथित धर्म संसद मामले में मुख्यमंत्री अपने गले में पड़े सांप को भाजपा के गले में डालने की शर्मनाक कोशिश न करें।

महाराष्ट्र सरकार भी करेगी कार्रवाई

महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने संत कालीचरण को फर्जी बाबा बताते हुए कहा कि इंटरनेट मीडिया पर बयान वायरल हो रहा है, जिसमें वह महात्मा गांधी के खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते दिखाई दे रहे हैं। फर्जी बाबा ने यह बयान चाहे जहां (रायपुर में) दिया हो, लेकिन वह अकोला के रहनेवाले हैं। उन पर सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने आश्वासन दिया कि सरकार संत कालीचरण के बयान मंगवाकर सुनेगी, फिर पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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