मुख्यमंत्री ने मंत्रियों के साथ देखी “द कश्मीर फाइल्स’, कहा – भाजपा समर्थित सरकार के दौरान हिंसा, फिल्म में कोई समाधान नहीं, सिर्फ हिंसा
रायपुर.मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने फ़िल्म “द कश्मीर फाइल्स’ देखने के बाद कहा कि यह फिल्म आधी-अधूरी है। समाधान का कोई रास्ता नहीं बताया गया है। कश्मीर से पंडितों का यह पलायन तब हुआ, जब केंद्र में भाजपा के समर्थन वाली सरकार थी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बुधवार रात रायपुर के एक सिनेमाहॉल में “द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म देखी। उनके साथ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, मंत्री अमरजीत भगत, डॉ. शिव कुमार डहरिया और डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम भी पहुंचे थे।
उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा, कश्मीरी पंडित हैं उनका विस्थापन हुआ। यह 1989-90 का वो दौर था जब वीपी सिंह प्रधानमंत्री थे और अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व वाली भाजपा उस सरकार समर्थन कर रही थी। उस समय जगमोहन वहां के उप राज्यपाल थे। कश्मीरी पंडितों को रोकने का प्रयास नहीं किया गया,
फिल्म को टैक्स फ्री करने की भाजपा की मांग से जुड़े एक सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा, ऐसी फिल्म जिसमें कोई समाधान नहीं है। उस दिशा में कोई प्रयास नहीं है। केवल हिंसा दिखाने की कोशिश है। मैं नहीं समझता इसका कोई औचित्य है.
भाजपा का कोई विधायक नहीं पहुंचा
बुधवार सुबह विधानसभा के शून्यकाल में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कश्मीर फाइल्स को टैक्स फ्री करने की मांग उठाई थी। उसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सभी विधायकों को फिल्म देखने के लिए आमंत्रित किया। शाम को भाजपा का कोई विधायक मुख्यमंत्री के साथ यह फिल्म देखने नहीं पहुंचा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, भाजपा वालों के सामने खड़े हो जाओ, तो भाग जाते हैं। भाजपा का कोई व्यक्ति फिल्म देखने नहीं आया।