चिराग की आशीर्वाद यात्रा…लालू का मंच और पशुपति की प्रतिज्ञा…पासवान की सियासी विरासत पर जंग
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नई दिल्ली/पटना : बिहार की राजनीति में एक बार फिर हलचल बढ़ रही है. लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की आज जयंती है. इस मौके पर कई तरह के कार्यक्रम होने हैं, लेकिन लोक जनशक्ति पार्टी में इस वक्त चल रही वर्चस्व की जंग के बीच रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की सियासी विरासत पर दम भरने की भी कोशिश जारी है. सोमवार को एक तरफ चिराग पासवान (Chirag Paswan) आशीर्वाद यात्रा निकालने जा रहे हैं, तो वहीं पशुपति पारस अपने भाई को याद करेंगे. दूसरी ओर राष्ट्रीय जनता दल अपना स्थापना दिवस मना रही है तो यहां भी रामविलास पासवान को याद किया जाना है.
पटना में लगे अलग-अलग पोस्टर
बिहार की सड़कों पर पोस्टर वॉर भी दिख रही है, जहां एक ओर चिराग की आशीर्वाद यात्रा के पोस्टर चिपके हैं, वहीं पशुपति पारस गुट की ओर से भी पोस्टर चिपका कर रामविलास पासवान को याद किया जा रहा है. पटना की सड़कों पर लोक जनशक्ति पार्टी के दोनों गुटों की ओर से पोस्टर लगाए गए हैं.
पिता की विरासत आगे बढ़ाएंगे चिराग…
रामविलास पासवान के रहते पार्टी की कमान पूरी तरह से चिराग पासवान के हाथ में आ गई थी. लेकिन रामविलास पासवान के निधन के बाद सबकुछ बदल गया. चाचा पशुपति पारस ने पार्टी को अपने कब्जे में ले लिया, सारे सांसद भी उनके साथ हो गए. ऐसे में चिराग पासवान अब अकेले पार्टी के वर्चस्व की लड़ाई लड़ रहे हैं. सोमवार को चिराग पासवान हाजीपुर में आशीर्वाद यात्रा निकालने जा रहे हैं. कोशिश है कि पार्टी को फिर से खड़ा किया जाए और अपना दावा मजबूत किया जाए.
पशुपति पारस भी करेंगे अपने भाई को नमन
लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) पर कब्जा जमा चुके पशुपति पारस भी आज रामविलास पासवान को नमन करेंगे. हाल ही में सभी सांसदों के साथ पशुपति पारस ने पहले संसद में सदन के नेता का और बाद में पार्टी अध्यक्ष का पद हथिया लिया था. चिराग पासवान अपने चाचा के इस कदम को गलत करार दे रहे हैं, लेकिन पशुपति पारस अपने गुट को ही असली पार्टी बता रहे हैं.
राजद के कार्यक्रम में रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अपना स्थापना दिवस मना रही है. लंबे वक्त के बाद लालू प्रसाद यादव पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. ऐसे में ये मौका खास है, लेकिन इस बीच राजद के इस कार्यक्रम में रामविलास पासवान को श्रद्धांजलि दी जाएगी. ये सब तब हो रहा है जब हाल ही में राजद की ओर से चिराग पासवान को राजद में आने का न्योता दिया गया था और तेजस्वी के साथ खड़े होने की अपील की गई थी. ऐसे में बिहार की राजनीति में आने वाला समय दिलचस्प हो सकता है, जिसपर हर किसी की नज़रें टिकी हैं.