मुख्यमंत्री बघेल और टी एस सिंहदेव स्पष्ट करें की कौन सा वादा सच्चा था और कौन सा वादा झूठा : डॉ रमन सिंह
- कथन वापसी के लिए कांग्रेस द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को नोटिस भेजने की तैयारी
रायपुर : विगत दिनों महासमुंद में आयोजित भारतीय जनता पार्टी के “गंगाजल के सम्मान में, भाजपा मैदान में” कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने भूपेश सरकार को गंगाजल हाथ में लेकर किए गए उनके वादों को याद दिलाया इस पर कांग्रेस बौखला उठी तथा कथन वापसी की मांग करते हुए नोटिस भेजने और कानूनी कार्यवाही करने की धमकी तक दे डाली।
जिसके बाद रमन सिंह ने बयान देते हुए कहा कि भूपेश बघेल गंगाजल और गीता को नकार रहे हैं एक-एक करके अपनी जन घोषणा पत्र से वादों को निकाल रहे हैं, गंगाजल के साथ किए गए वादे को पूरा न करने के पश्चात आने वाले दुष्परिणामों भूपेश सरकार को अब डर लग रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा के कार्यकर्ताओं पर कानूनी कार्यवाही करने की धमकी दे रही है लेकिन प्रदेश की उन माताओं बहनों का क्या जो सालों से शराबबंदी को लेकर किए गए वादे को पूरा करने के लिए आवाज उठा रही है उनका भूपेश बघेल क्या करेंगे। वे जनता के बीच आकर ये साफ करें कि सत्ता में आते ही आपने कितने वादों को घोषणापत्र से निकाल दिया है? आम जनता के हितों का हनन करने वाली सरकार समझ ले, छत्तीसगढ़ प्रदेश के लिए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता नैतिकता की लड़ाई में किसी से नहीं डरते
डॉ रमन सिंह ने इस विषय पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि-
CM @bhupeshbaghel जी, यदि गंगाजल का डर आपके मन में बैठ गया है तो जनता के बीच आकर साफ करें कि सत्ता में आते ही आपने कितने वादों को घोषणापत्र से निकाल दिया है?
जहां तक नोटिस से भयभीत करने की बात है तो आप समझ लें कि @BJP4CGState के कार्यकर्ता नैतिकता की लड़ाई में किसी से नहीं डरते।
गौरतलब है कि कांग्रेस ये कह रही है कि उन्होंने केवल कर्ज माफी के वादे के लिए गंगाजल उठाया था बाकी वादों के लिए नही, ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या भूपेश सरकार ने ये पहले ही निश्चित कर लिया था की वे अपने बाकी वादे पूरे नहीं करेंगे।