छत्तीसगढ़ : मुंबई जाने जिस रिश्तेदार की मदद ली, उसी की नीयत हुई खराब; यात्रियों की मदद से बचीं बालिकाएं

बिलासपुर। पश्चिम बंगाल की दो बालिकाओं का अपहरण कर उन्हें मुंबई ले जाते हुए आरोपी को गीतांजलि एक्सप्रेस में पकड़ा गया। बालिकाओं द्वारा शोर मचाने के बाद यात्रियों की सतर्कता और शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को पकड़ा। इसकी सूचना मुर्शिदाबाद पुलिस को दी गई। वे आरोपी और बालिकाओं लेने पहुंच रहे हैं।
दोनों बालिकाएं नाबालिग हैं। रजिया 17 साल और कविता 15 साल ( बदला हुआ नाम ) पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के थाना कांदी की रहने वाली हैं। इनमें से एक रजिया के बड़े भाई का ससुर सनाउल शेख पिता सहदुल शेख 44 साल ग्राम जरकुट पोस्ट इरोपली, खरगांव का रहने वाला है लेकिन कमाने खाने के लिए वह मुंबई में रहता है। रजिया और उसकी सहेली कविता को मुंबई जाना था।
इसलिए उन्होंने सनाउल से संपर्क किया। सहदुल को मौका मिला और वह दोनों को लेने के लिए उनके गांव पहुंच गया लेकिन किसी से मिला नहीं और 6 अक्टूबर को बालिकाओं को किसी जगह पर बुलवाया। बालिकाओं के पहुंचने के बाद उसने उनसे कुछ पैसे देने को कहा ताकि वह टिकट की व्यवस्था कर सके। इस पर एक बालिका ने सोने की चेन और सोने की कान की बाली उसे देकर उससे इंतजाम करने कहा।
इसके बाद सनाउल दोनों को लेकर 6 दिन तक पश्चिम बंगाल के ही गांव-गांव घूमता रहा। इस बीच उसकी नीयत खराब हुई और उसने रजिया से छेड़खानी शुरू कर दी। वह उसके साथ कुछ गलत करना चाह रहा था लेकिन उसे मौका नहीं मिला तो उसने 13 अक्टूबर को गीतांजलि एक्सप्रेस से मुंबई जाने के लिए रिजर्वेशन कराया और दोनों बालिकाओं को लेकर वह एस 1 में 33, 35 और 37 नंबर पर सवार हुआ।
ट्रेन में उसने रजिया के साथ गलत हरकत करने की कोशिश की तो कविता बाथरूम गई और वहां से फोन पर अपने चाचा को सारी बातें बताई। बालिकाओं के परिजनों ने पहले ही उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी।