
Now the recovery policemen will be monitored, know how …
बिलासपुर। ट्रैफिक पुलिस की पांच चार पहिया वाहनों में CCTV कैमरे लगाए गए हैं। ये वाहन उन जगहों पर रहेंगे, जहां चेकिंग होगी। इससे पुलिस से दुर्व्यवहार या फिर रौब दिखाने वालों का पता चल सकेगा। साथ ही वसूलीबाज पुलिसकर्मियों पर की भी निगरानी की जा सकेगी। पुलिस पर आरोप लगने पर भी फुटेज निकाल कर जांच की जा सकेगी।
ट्रैफिक पुलिस की जांच के दौरान आए दिन पुलिस और वाहन चालकों के साथ विवाद की स्थिति बन जाती है। वाहनों की जांच करने पर कोई रौब दिखाता है। कोई अपनी पहुंच और नेतागिरी कर पुलिसकर्मियों से उलझ जाता है। कई बार पुलिसकर्मियों पर दुर्व्यवहार करने के आरोप भी लगते हैं। विवाद और आरोपों से बचने के लिए SP पारुल माथुर ने ट्रैफिक पुलिस की गाड़ियों में CCTV कैमरा लगाने के निर्देश दिए थे।
डाटा रिकार्ड करने की है सुविधा –
CCTV ट्रैफिक पुलिस के आगे और पीछे दोनों तरफ कैमरे लगाए गए हैं। इस कैमरे के मॉनिटर में रिकार्डिंग का डाटा सुरक्षित करने का भी सिस्टम है। जिसे बाद में चेक किया जा सकता है। कैमरों को सभी पेट्रोलिंग गाड़ियों में स्टॉल किया गया है। वाहनों की जांच के साथ ही पुलिस पेट्रोलिंग के दौरान भी कैमरों का उपयोग किया जा सकेगा।
कैमरे के साथ लगे हैं ब्लैक बॉक्स –
यातायात पेट्रोलिंग लिंक रोड, कोतवाली पेट्रोलिंग, सरकंडा पेट्रोलिंग, मंगला पेट्रोलिंग एवं तिफरा के पेट्रोलिंग वाहन में कैमरों को स्टॉल किया गया है। कैमरे के साथ ही ब्लैक बॉक्स भी लगा है। जिसमें रिकार्डिंग अपलोड होता रहेगा।
ASP बोले- किसकी गलती पता चलेगा –
ट्रैफिक ASP रोहित बघेल ने कहा कि आम तौर पर यातायात पुलिस की जांच के दौरान दुर्व्यवहार और हंगामा मचाने वाले युवक पुलिसकर्मियों पर आरोप लगाते हैं। वहीं, कई बार पुलिसकर्मियों पर भी वसूली के आरोप लगते रहे हैं। चार पहिया गाड़ियों में CCTV कैमरे लगने के बाद इस तरह के आरोपों की जांच की जा सकेगी। कैमरे की मदद से यह भी पता चल सकेगा कि गलती किसकी है।