धर्म

Chaitra Navratri 2024: : चैत्र नवरात्रि का पहला दिन आज, जानें मां शैलपुत्री की पूजा विधि और मुहूर्त 

Chaitra Navratri 2024: आज यानि 9 अप्रैल 2024 से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. मां शैलपुत्री के मुख पर कांतिमय तेज झलकता है. मां शैलपुत्री बाएं हाथ में कमल पुष्प और दाएं हाथ में त्रिशूल धारण करती हैं, इनकी सवारी वृषभ है. मां अपने भक्तों का उद्धार कर दुखों को दूर करती हैं. आइए जानते हैं कि इनका नाम शैलपुत्री कैसे पड़ा. शैल का अर्थ होता है पर्वत. पर्वतों के राजा हिमालय के घर में माता पुत्री के रूप में जन्मी थीं, इसीलिए इन्हें शैलपुत्री कहा जाता है. देवी शैलपुत्री को देवी पार्वती के नाम से भी जाना जाता है.

मां शैलपुत्री की पूजा मुहूर्त 

वैदिक पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की आरंभ 08 अप्रैल को रात्रि 11 बजकर 52 मिनट से होगा और इसका समापन 09 अप्रैल को रात 08 बजकर 28 मिनट पर होगा. ऐसे में 09 अप्रैल से चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो जाएगी.

मां शैलपुत्री की पूजा विधि

चैत्र नवरात्रि के पहले दिेन मां शैलपुत्री की पूजा के साथ घटस्थापना भी की जाती है. यानी कलश स्थापना के साथ नवरात्रि पूजन की शुरुआत होती है. मां शैलपुत्री की पूजा विधि आरम्भ करने से पहले सुबह उठाकर स्नान करें और मंदिर की साज सजावट करें. इसके बाद कलश की स्थापना कर पूजा शुरू करें, मां की मूर्ति या तस्वीर को सिंदूर से तिलक लागाने के बाद लाल

मां शैलपुत्री का भोग

माँ शैलपुत्री चन्द्रमा से सम्बन्ध रखती है. इन्हे सफ़ेद रंग खाद्य पदार्थ का भोग लगाया जाता है जैसे खीर, रसगुल्ले, पताशे आदि. बेहतर स्वास्थ्य और लंबी आयु के लिए माँ शैलपुत्री को गाय के घी का भोग लगाएं या गाय के घी से बनी मिठाईयों का भोग लगाएं.

advt_001_feb2025
advt1_jan2025
advt_002_feb2025
Share This: