CG BREAKING : चैतन्य की गिरफ्तारी के बाद अब ED का शिकंजा करीबियों पर, 7 कारोबारियों को भेजा गया समन

रायपुर, 24 जुलाई 2025. छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनके करीबियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, ईडी ने रायपुर और दुर्ग के 7 कारोबारियों को समन जारी कर पूछताछ के लिए तलब किया है। इन कारोबारियों में होटल मालिक, सराफा व्यापारी और रेलवे ठेकेदार शामिल हैं।
पांच दिन की पूछताछ में मिले अहम सुराग
ईडी अधिकारियों ने बताया कि चैतन्य बघेल से पांच दिनों तक चली पूछताछ में कई गोपनीय जानकारियाँ सामने आईं, जिनके आधार पर इन व्यवसायियों को तलब किया गया है।
इनमें प्रमुख नाम हैं –
सराफा व्यापारी
शराब कारोबारी
ट्रांसपोर्टर लक्ष्मीनारायण उर्फ पप्पू बंसल
रेलवे ठेकेदार विजय अग्रवाल
त्रिलोक सिंह ढिल्लन
दीपेंद्र चावड़ा
ईडी का दावा है कि इन सभी के साथ चैतन्य बघेल के पैसों के लेन-देन और काले धन को रियल एस्टेट में निवेश करने के संबंध में संबंध मिले हैं।
1,000 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग का शक
ईडी की जांच में यह बात सामने आई है कि इस घोटाले की रकम का इस्तेमाल बघेल बिल्डकॉन (दुर्ग) और बिलासपुर के एक बड़े बिल्डर के ज़रिए प्रॉपर्टी कारोबार में किया गया।
पप्पू बंसल समेत कई गवाहों के बयान के आधार पर एजेंसी ने अनुमान जताया है कि करीब 1,000 करोड़ रुपये की ब्लैकमनी को सफेद किया गया है।
महादेव एप से भी जुड़ रहे तार
सूत्रों के अनुसार, दुर्ग के कारोबारी विजय अग्रवाल ईडी के रडार पर तब आए जब वे जयपुर में महादेव सट्टा एप से जुड़े सौरभ आहूजा की शादी में अपने करीबियों के साथ शामिल हुए।
इससे पहले ईडी ने विजय अग्रवाल के ठिकानों पर हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग के संदेह में छापेमारी भी की थी।
ED की कार्रवाई अभी और तेज़ होने के संकेत
ईडी अब चैतन्य बघेल के मोबाइल डाटा, बैंकिंग रिकॉर्ड और रियल एस्टेट निवेशों की गहराई से जांच कर रही है। आने वाले दिनों में और बड़े नामों के सामने आने की संभावना जताई जा रही है।