CG WEATHER UPDATE: Heavy rain forecast in Chhattisgarh…
रायपुर। मौसम विभाग ने बस्तर संभाग और मध्य छत्तीसगढ़ के क्षेत्रों में भारी बारिश का अनुमान जाहिर किया है। जबकि, प्रदेश केअनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में पिछले 4 दिनों से लगातार हो रही बारिश केकारण नदी नाले उफान पर हैं।
बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, सुकमा जिलों के कई गांव बाढ़ के कारण ब्लॉक मुख्यालय और जिला मुख्यालय से कट गए हैं।सुकमा जिले को कोंटा और पड़ोसी राज्य आंध्रप्रदेश, तेलंगाना से जोड़ने वाली नेशनल हाईवे 30 में एर्राबोर पुलिया में बारिश का पानीआ चुका है, जिससे आवाजाही पूरी तरह ठप है।
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार पिछले चौबीस घंटे में वहां के भोपालपट्टनम में 250 मिमी. यानी अतिभारी बारिश दर्ज की गई है। एकअवदाब उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी–उड़ीसा तट और उससे लगे उत्तर आंध्र प्रदेश के तटके ऊपर स्थित है। यह उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए ओडिशा तट पर पुरी के पास पहुंचने की संभावना है।
इसके पश्चिम–उत्तर–पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए ओडिशा और छत्तीसगढ़ की तरफ जाते हुए कमजोर होने की संभावना है। मानसूनद्रोणिका माध्य समुद्र तल पर जैसलमेर, कोटा, गुना, सागर, रायपुर, पुरी और उसके बाद दक्षिण पूर्व की ओर अवदाब के केंद्र तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
बाढ़ का पानी सड़क पर आ जाने से पड़ोसी राज्य आंध्रप्रदेश, तेलंगाना से जोड़ने वाली नेशनल हाईवे 30 के एर्राबोर पुलिया के दोनोंतरफ गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है। बाढ़ की स्थिति की देखते हुए बड़ी संख्या में स्थानीय पुलिस बल को भी मौके पर तैनात कियागया है।
वहीं बस्तर जिले में भी पलवा गांव को मारेंगा से जोड़ने वाले पुल और तोकापाल को करंजी से जोड़ने वाली सड़क में भी बारिश के पानीमें डूब गई हैं। सुकमा एएसपी आकाश राव ने सुकमा के स्थानीय लोगों से वीडियो के माध्यम से अपील भी की है. कि सभी सावधानीबरतें और बाढ़ वाले इलाकों में नहीं जाएं।
गोदावरी नदी भी उफान पर –
जगदलपुर शहर से लगे गणपति रिसोर्ट के आगे हाटगुड़ा का मार्ग भी बंद है। धीरे धीरे बाढ़ का पानी बढ़ते ही जा रहा है। गोदावरी नदी मेंभी वॉटर लेवल तेजी से बढ़ रहा है। इसके अलावा पोलावरम बांध में भी काफ़ी तेजी से वॉटर लेवल बढ़ रहा है। इन दोनों स्थानों में वॉटरलेवल बढ़ने से शबरी नदी जो गोदावरी में मिलती है, उसका बैक वाटर तेजी सुकमा जिले के कोंटा इलाके में बढ़ता है। जिसके कारणकोंटा बैक वाटर से पूरी तरफ डूब जाता है। फिलहाल बारिश रुकने पर आवागमन बहाल हो पाएगा।