CG VIDHANSABHA : दिव्यांग महाविद्यालयों की दुर्दशा पर सदन में तीखा सवाल-जवाब, “मजाक हो रहा दिव्यांगों से,” बोले अजय चंद्राकर

CG VIDHANSABHA: Sharp question-answer in the House on the plight of colleges for the disabled, “Disabled people are being made fun of,” said Ajay Chandrakar
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में दिव्यांगजनों के लिए खोले गए महाविद्यालयों की हालत पर गरमागरम बहस हुई। विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि डॉ. रमन सिंह सरकार के समय दिव्यांगजनों को सुविधा देने के उद्देश्य से खोले गए 31 महाविद्यालयों में से 30 में प्राचार्य पद रिक्त है; अव्यवस्था इतनी है कि “या तो कॉलेज बंद करो, या ठीक से चलाओ—दिव्यांगों के साथ मजाक मत करो।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इन संस्थानों को मिलने वाला अनुदान लगातार घट रहा है।
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने पहले पिछली सरकार पर जिम्मेदारी डाली, जिस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने हस्तक्षेप कर कहा—“आपको डेढ़ साल हो गया मंत्री बने; समाधान बताइए, इतिहास नहीं।” इसके बाद मंत्री ने आश्वासन दिया कि 112 शिक्षक पदों पर भर्ती मंजूर हो चुकी है और जल्द प्राचार्यों की नियुक्ति भी की जाएगी।
चंद्राकर ने पूछे प्रमुख सवाल
दिव्यांग महाविद्यालय, रायपुर का स्वीकृत सेटअप क्या है?
कौन-कौन से पद भरे/रिक्त?
किन विषयों में पाठ्यक्रम? कितने दिव्यांग छात्र?
छात्रों को कौन-कौन सी सुविधाएँ?
2022-23 से 2025-26 तक बजट प्रावधान व व्यय विवरण?
मंत्री का जवाब
महाविद्यालय में दो पाठ्यक्रम संचालित :
BPA (बैचलर ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट) – हिंदुस्तानी गायन, तबला।
BFA (बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स) – चित्रकला।
वर्तमान में 130 छात्र-छात्राएँ अध्ययनरत।
छात्र सुविधाएँ व वित्तीय प्रावधानों का विस्तृत लेखा-जोखा संलग्न प्रपत्रों (ब, स, द, इ) में दिया गया।
प्लेसमेंट पर सवाल
चंद्राकर ने तंज कसा—“चित्रकला या तबला वादक सप्लाई करने वाली कोई प्लेसमेंट कंपनी छत्तीसगढ़ में है? अगर है तो बताइए।” इशारा था कि इन कोर्सों के बाद रोजगार मॉडल अस्पष्ट है और विभाग को गंभीर पुनरावलोकन की ज़रूरत है।
मुद्दे कहाँ अटके हैं?
रिक्त प्राचार्य पद
घटता अनुदान / संसाधन
पाठ्यक्रम बनाम रोजगार अवसर
दिव्यांग-मित्र अधोसंरचना की वास्तविक स्थिति
आगे क्या?
मंत्री का भर्ती आश्वासन और अध्यक्ष का हस्तक्षेप संकेत देता है कि सरकार पर अब दिव्यांग शिक्षा ढांचे को सुधारने का दबाव बढ़ेगा। विपक्ष इस मुद्दे को जारी रखने की तैयारी में है।