
CG NEWS: रायपुर। राजधानी रायपुर में चिटफंड घोटाले से जुड़े एक महत्वपूर्ण मामले में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। फ्यूचर गोल्ड इंडिया बिल्ड लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी के 5 वर्षों से फरार चल रहे डायरेक्टर पुष्पेन्द्र सिंह राठौर को श्योपुर (मध्यप्रदेश) से गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी पर रायपुर समेत विभिन्न क्षेत्रों के सैकड़ों निवेशकों को लाखों रुपये का चूना लगाने का आरोप है। थाना न्यू राजेन्द्र नगर में वर्ष 2019 में दर्ज अपराध क्रमांक 156/2019 धारा 420, 409, 34 भादवि, साथ ही ईनामी चिटफंड धन
परिचालन स्कीम पाबंदी अधिनियम एवं छत्तीसगढ़ निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम के तहत आरोपी पुष्पेन्द्र सिंह राठौर एवं उसके सहयोगियों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया था। कंपनी द्वारा रायपुर के लालपुर स्थित प्रोग्रेसिव पॉइंट बिल्डिंग से कार्यालय संचालित किया जा रहा था, जहां से आरोपी और उसके साथियों ने निवेशकों को 6 वर्षों में रकम दोगुना करने का प्रलोभन देकर भारी मात्रा में निवेश करवाया था। लेकिन कुछ समय बाद आरोपी और उसके साथी रकम लेकर फरार हो गए थे। इस पूरे प्रकरण में प्रमुख शिकायतकर्ता जगतुराम निषाद, निवासी ग्राम पठारीडीह, उरला रायपुर ने पुलिस को बताया कि उन्होंने और अन्य कई लोगों ने कंपनी में लोक लुभावन योजनाओं के झांसे में आकर निवेश किया था। लेकिन किसी को भी रकम वापस नहीं मिली और कंपनी के अधिकारी भाग निकले।
पुलिस ने की तकनीकी निगरानी और कड़ी मेहनत रायपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अमरेश मिश्रा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देशानुसार, चिटफंड मामलों में फरार आरोपियों को पकड़ने की विशेष रणनीति के तहत कार्रवाई की गई। एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट और थाना न्यू राजेन्द्र नगर पुलिस की संयुक्त टीम ने आरोपी की जानकारी एकत्र करते हुए तकनीकी विश्लेषण और मानवीय स्रोतों के आधार पर लोकेशन ट्रेस किया। जानकारी मिली कि आरोपी श्योपुर (म.प्र.) में छिपा हुआ है।
विशेष टीम ने श्योपुर से दबोचा आरोपी अपर पुलिस अधीक्षक डी.आर. पोर्ते, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (क्राइम) संदीप मित्तल, उप पुलिस अधीक्षक संजय सिंह तथा नगर पुलिस अधीक्षक राजेश देवांगन के मार्गदर्शन में एक विशेष टीम गठित कर श्योपुर भेजा गया। टीम ने वहां कैम्प करते हुए सटीक सूचना पर दबिश दी और पाली रोड, महाराणा प्रताप नगर, श्योपुर स्थित एक ठिकाने से आरोपी पुष्पेन्द्र सिंह राठौर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को उसकी गिरफ्तारी में काफी मशक्कत करनी पड़ी क्योंकि आरोपी लंबे समय से पहचान छिपाकर जीवन यापन कर रहा था।
माननीय न्यायालय द्वारा जारी था स्थायी वारंट पुष्पेन्द्र सिंह राठौर के विरुद्ध माननीय न्यायालय द्वारा स्थायी वारंट जारी किया गया था। गिरफ्तारी के बाद उसे रायपुर लाया गया और संबंधित धाराओं के तहत न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस पूरे अभियान में एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट के प्रभारी निरीक्षक परेश पाण्डेय सहित टीम के अन्य सदस्य बसंती मौर्य, घनश्याम साहू, चिंतामणि साहू, महेन्द्र राजपूत, रविकांत पाण्डेय, राजकुमार देवांगन, प्रदीप साहू, नितेश राजपूत, अभिषेक सिंह तोमर, थाना आमानाका से श्याम थावरे और थाना न्यू राजेन्द्र नगर से गुरूचरण प्रधान की महत्वपूर्ण भूमिका रही।