CG CONGRESS STATEMENT : अमित शाह को इतनी चिंता है तो छत्तीसगढ़ में शराब बंदी क्यों नहीं – पीसीसी चीफ दीपक बैज
CG CONGRESS STATEMENT: If Amit Shah is so worried then why is there no liquor ban in Chhattisgarh – PCC Chief Deepak Baij
रायपुर. छत्तीसगढ़ में नशे के खिलाफ सख्ती को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा ली गई बैठक पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने तंज कसा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि अमित शाह को इतनी चिंता है तो शराब बंदी क्यों नहीं कर देते। दीपक बैज ने आगे कहा कि शराब से बीजेपी के नेताओं को कमीशन जा रहा है। और जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने का काम कर रहे हैं।
आपको बता दें छत्तीसगढ़ के तीन दिवसीय दौरे पर अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में नशे के खिलाफ कार्रवाई की बैठक लेकर कई निर्देश दिए थे। इसी बैठक पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने बड़ा बयान दिया है। दीपक बैज ने कहा है कि अमित शाह को जनता की इतनी चिंता है तो शराबबंदी कर देना चाहिए लेकिन क्यों नहीं कर रहे हैं? शराब से बीजेपी के नेताओं को कमीशन जा रहा है और जनता की गाढ़ी कमाई को लूटने का काम बीजेपी के नेता कर रहे हैं। नशे के खिलाफ अमित शाह का बयान छत्तीसगढ़ की जनता को गुमराह करने वाला बयान है।
इसके अलावा नया रायपुर में नामकरण को लेकर गठित समिति पर तंज कसते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के पास सरकार बनने के बाद सरकारी योजनाओं को बंद करना, नाम को बदलना, सिर्फ इसी काम में टाइम पास कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार नाम बदलने और काम को बंद करने के सिवा कुछ भी नहीं कर रही है। सिर्फ छत्तीसगढ़ में टाइम पास कर रही है।
वहीं यूनिफाइड पेंशन स्कीम यूपीएस को लेकर दीपक बैज ने कहा कि यूपीएस में नया कुछ भी नहीं है। ओल्ड पेंशन स्कीम को बंद किए थे दबाव आने के बाद उसे फिर से लागू कर रहे हैं। लेकिन नाम बदल दिए हैं ओल्ड पेंशन स्कीम को बंद करने का कर्मचारियों ने विरोध किया था।
इन मुद्दों के अलावा कांग्रेस संगठन में बदलाव को लेकर दीपक बैज ने कहा कि युवाओं को संगठन में ज्यादा से ज्यादा मौका मिलेगा । बड़े चेहरे मैदान में उतरेंगे । युवाओं से कम लेंगे, हम लोगों ने शुरुआत कर दी है सरकार के खिलाफ मजबूती के साथ सड़क की लड़ाई लड़ना है। जनहित के मुद्दे उठाना है इसलिए मजबूत कार्यकर्ताओं की आवश्यकता है । भाजपा नेता संगठन खुद नहीं चला पा रहे हैं और कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं।