CG CONGRESS : कांग्रेस की बड़ी पहल, शांति और एकता के लिए 27 से शुरू होगी न्याय यात्रा

CG CONGRESS: Big initiative of Congress, Nyaya Yatra will start from 27th for peace and unity.
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस 27 तारीख से न्याय यात्रा निकाल रही है। यह यात्रा गिरौदपुरी से निकलेगी, और दो अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर समापन होगा। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि बलौदाबाजार, और कवर्धा की घटना के बाद से प्रदेश का सौहार्द बिगड़ रहा है। शांति का टापू बनाने के लिए यात्रा निकाल रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि यह यात्रा का निर्णय सबकी सहमति से हुआ है।
प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, और नेता प्रतिपक्ष डॉ. महंत रविवार को राजीव भवन में मीडिया से रूबरू हुए। उन्होंने यात्रा की विस्तार से जानकारी दी। प्रदेश अध्यक्ष बैज ने कहा कि बलौदाबाजार, और फिर कवर्धा की घटना पूरा प्रदेश आक्रोशित है। छत्तीसगढ़ के इतिहास की पहली घटना है।
उन्होंने कहा कि लोहारीगुड़ा में महिलाओं, और पुरूषों को बेहरमी से पीटा गया, फिर प्रशांत साहू की मौत को मिर्गी की बीमारी बताकर छिपाने का प्रयास किया गया। कांग्रेस ने इसको बंद कराया था, इसको समर्थन मिला है।
बैज ने कहा कि बाबा गुरुघासीदास की तपोभूमि गिरौदपुरी का चरण स्पर्श कर समानता एकता, और भाईचारे का संदेश लेकर 125 किमी की यात्रा निकलेगी। 6 दिन की पैदल यात्रा 2 अक्टूबर को रायपुर पहुंचेगी। रायपुर में इसका समापन होगा। यात्रा का नाम छत्तीसगढ़ न्याय यात्रा होगा।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि यात्रा निकालने का निर्णय सबकी सहमति से हुआ है। यात्रा में प्रदेशभर के लोग शामिल होंगे। प्रदेश में अत्याचार, अनाचार, दुराचार, और थाने में मौत हो रही है। इसको लेकर पूरे प्रदेश में चिंता बनी हुई है।
बैज ने कहा कि भाजपा की 9 महीने की सरकार में जनता का कोई वर्ग सुरक्षित नहीं हैं। रोज हत्या लूट-डकैती आम बात हो गई है। महिलाएं सुरक्षित हैं। सरकार विफलता की वजह से बलौदाबाजार हिंसा की घटना हुई, और भाजपा सरकार गुस्सा निकालने कांग्रेस के विधायक, कार्यकर्ता, सतनामी समाज के लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज रही।
इतना ही नहीं, गृहमंत्री का कवर्धा जिला जल रहा है। वहां हुई हत्याएं आगजनी को रोका जा सकता था, लेकिन पुलिस सरकार मूक दर्शक बनी रही। प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व अध्यक्ष धनेंद्र साहू, गुरु रुद्रकुमार, और डॉ. शिवकुमार डहरिया सहित कई अन्य नेता थे।