CG COAL LEVY SCAM : सूर्यकांत तिवारी ने अमरेश मिश्रा पर लगाया आरोप, कहा – भूपेश बघेल का नाम लेने के लिए दबाव बनाया

CG COAL LEVY SCAM: Suryakant Tiwari accused Amresh Mishra, said – pressurized to take the name of Bhupesh Baghel
रायपुर। रायपुर सेंट्रल जेल में बंद कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने एसीबी चीफ अमरेश मिश्रा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने एक लेटर लिखकर आरोप लगाया है कि एसीबी चीफ ने जेल अधीक्षक के चेंबर में उन्हें बुलाया और धमकी दी। उन पर दबाव बनाया कि वे सौम्या चौरसिया के जरिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पैसा देने की बात कबूल करें।
कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने अपने वकील के माध्यम से रायपुर की विशेष न्यायालय में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। इस शिकायत को कांग्रेस के वॉट्सऐप ग्रुप में भी पोस्ट किया गया है। शिकायत में कहा गया है कि उन्हें नाम नहीं लेने की शर्त पर झूठे केस में फंसाने की धमकी मिली है।
सूर्यकांत तिवारी ने अपने वकील के माध्यम से दिए गए लेटर में आरोप लगाया है कि 8 सितंबर, रविवार को जेल अधीक्षक कार्यालय में उन्हें बुलाया गया था। वहां एसीबी चीफ अकेले बैठे हुए थे और उन्होंने सूर्यकांत तिवारी से कहा कि तुम 14 दिन की रिमांड में मूर्ख बनाते रहे हो।
कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने अपने शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि एसीबी चीफ पिछले 3-4 महीने से जेल परिसर में समय-समय पर आते हैं और घोटाले के आरोपी कारोबारियों और अफसरों को बुलाकर पूछताछ करते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया है कि पूछताछ के दौरान एसीबी चीफ अपराधियों की तरह व्यवहार करते हैं और कारोबारी और अफसर शिकायत नहीं कर रहे हैं क्योंकि उन्हें एसीबी चीफ से डर है। सूर्यकांत तिवारी ने यह भी आरोप लगाया है कि उन्हें और उनके परिवार के अन्य सदस्यों को खतरा होने की शिकायत भी की है।
सूर्यकांत तिवारी ने अपने पत्र में ये आरोप भी लगाया –
सूर्यकांत तिवारी ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि अमरेश मिश्रा ने उनसे कहा था कि वे सौम्या चौरसिया और भूपेश बघेल को रायपुर न्यायालय से सजा दिलाकर रहेंगे। अमरेश मिश्रा ने यह भी कहा था कि सूर्यकांत तिवारी और उनके परिवार के अन्य सदस्यों को भी जेल में रखा जाएगा और उन्हें कोई नहीं छुड़ा पाएगा।
सूर्यकांत तिवारी को एसीबी ने 30 मई को गिरफ्तार किया था। उन पर 500 करोड़ से अधिक के कोयला घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। सूर्यकांत तिवारी के अलावा, निलंबित आईएएस अधिकारी रानू साहू, समीर बिश्नोई, पूर्व मुख्यमंत्री की उपसचिव सौम्या चौरसिया और अन्य कई लोगों पर भी इसी घोटाले के आरोप लगाए गए हैं। अधिकांश आरोपी अभी जेल में बंद हैं।