CG BREAKING: Police arrested son and daughter-in-law of former BJP MP
कांकेर। शासकीय उचित मूल्य दुकान में बड़ी गड़बड़ी मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है. पूर्व बीजेपी सांसद के बेटे और बहू को गिरफ्तार किया है. राशन के हेरा-फेरी मामले में 5 साल बाद पूर्व सांसद के परिवार के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
उचित मूल्य के दुकान में हेराफेरी करने वाले राशन विक्रेता और सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है. वहीं पूरे मामले में संलिप्त सचिव के खिलाफ भी जांच जारी है. जल्द गिरफ्तारी हो सकती है.
कांकेर टीआई शरद दुबे ने बताया कि खाद्य निरीक्षक सुनीता देवांगन ने दिनांक 24 नवम्बर 2017 को रिपोर्ट दर्ज कराया था. शासकीय उचित मूल्य दुकान लारगांव मरकाटोला के सरपंच अन्नपूर्णा ठाकुर और विक्रेता अल्पेश सिंह ठाकुर के द्वारा मिलकर खाद्य सामग्री का वितरण न करते हुए हेराफेरी कर रहे हैं.
आरोपियों के खिलाफ में जांच अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कांकेर के पत्र क्र. 154 खादय के प्रतिवेदन पर थाना कांकेर में अपराध क्र. -403/2017 धारा 3,7 ई.सी एक्ट पंजीबद्ध कर जांच किया जा रहा था. जांच के दौरान आरोपी के खिलाफ साक्ष्य पाए जाने से आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
किनके बेटे और बहू हैं ? –
राशन हेरा फेरी मामले में जिन आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है, वह स्व. पूर्व सांसद अघन सिंह ठाकुर 2003 में कांकेर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक चुने गए थे. 1977 में जनता पार्टी से कांकेर लोकसभा सांसद चुने गए थे. 2017 में उनके बेटे और बहू ने राशन में हेराफेरी का मामला सामने आया था.
क्या था FIR में ? –
2017 में सुनीता देवांगन नरहरपुर में खाद्य निरीक्षक के पद पर कार्यरत थे, जिन्होंने उचित मूल्य की दुकान में राशन हेरा फेरी मामले में जांच उपरांत शिकायत की थी. ग्राम लारगांव मरकाटोला के शासकीय उचित मूल्य के दुकान के खाद्य सामग्री को लारगांव मरकाटोला के सरपंच अन्नपूर्णा ठाकुर और विक्रेता पति अल्पेश ठाकुर द्वारा मिलकर शासकीय खाद्य सामग्री का वितरण न करते हुए हेराफेरी की गई.
पुलिस से जानकारी अनुसार 7 लाख 21 हजार रुपए शासकीय मद में चालान द्वारा जमा करने हेतु लिखा गया था. लेकिन आरोपियों के द्वारा अब तक राशि जमा नही की गई. वहीं ग्राम पंचायत लारगांव मरकटोला के अन्तर्गत संचालित छात्रवास, आश्रम को रेडी टू इट योजना, मध्यान भोजन योजना के लिए भी दिए गए खाद्य सामग्रियों का आरोपियों ने सांठगांठ कर दूसरे जगह बेचकर आर्थिक लाभ कमाया.